संदीप सक्सेना
नई दिल्ली। अमेरिका ने भारतीयों के बीच सबसे लोकप्रिय एच-1बी, एल- 1 और ईबी-5 जैसे गैर-आप्रवासी वीजा की विभिन्न श्रेणियों के लिए शुल्क में भारी वृद्धि की है। 2016 के बाद पहली बार शुल्क वृद्धि 1 अप्रैल से लागू होगी। एच-1बी वीजा शुल्क फॉर्म आई-129 अब 460 डॉलर से बढ़ाकर 780 डॉलर कर दिया गया है जबकि एच-1बी पंजीकरण 10 डॉलर से बढ़ाकर 215 डॉलर हो जाएगा।
अमेरिका में 1990 में शुरू ईबी-5 कार्यक्रम उच्च नेट-वृद्धि वाले विदेशी निवेशकों को अमेरिका के व्यवसायों में न्यूनतम 5 लाख डॉलर का निवेश करके अपने व परिवार के लिए वीजा लेने में सक्षम बनाता है। निवेशक वीजा रूप में लोकप्रिय ईची-5 वीजा का शुल्क 3,675 डॉलर से बढ़ाकर 11,160 डॉलर कर दिया है। एक संघीय अधिसूचना के मुताबिक, एल-1 वीजा का शुल्क 460 डॉलर से बढ़ाकर 1,385 डॉलर कर दिया गया है।
एल-1 एक गैर-आप्रवासी वीजा श्रेणी है जिसे इंट्राकंपनी ट्रांसफर के लिए डिजाइन किया गया है। यह बहुराष्ट्रीय कंपनियों को अपने विदेशी कार्यालयों से कुछ कर्मचारियों को अस्थायी रूप से अमेरिका में काम करने के लिए स्थानांतरित करने की अनुमति देता है।