ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। क्या आपके मन में भी कभी सवाल आया है कि दुनिया कहां खत्म होती है? क्या इसका कोई अंतिम छोर है, जहां देश की ही नहीं दुनिया की सीमा भी खत्म हो जाती है। वहां लोगों को रात देखनी नसीब नहीं है। वहां सूरज सिर्फ 40 मिनट के लिए ही डूबता है। लंदन, रोम, वेनिस, बर्लिन से भी खूबसूरत व कुदरत के अनोखे चमत्कारों के कारण प्रसिद्ध इस देश में जमीन का अधिकतर हिस्सा पृथ्वी के झुकाव के कारण लगातार सूरज की रोशनी में रहता है।
सभी जानते हैं कि पृथ्वी गोल है। हर जगह कोई न कोई देश बसा हुआ है। हर देश अपने आप में खूबसूरत है। कोई देश ऐतिहासिक इमारतों के लिए जाना जाता है, तो कोई अपने प्राकृतिक नजारों के लिए। यूं तो आपने दुनिया के सबसे बड़े और अमीर देशों के बारे में सुना होगा, पर क्या आप जानते हैं कि दुनिया का आखिरी देश कौन सा है।
– ई-69 हाईवे के आखिरी छोर पर दुनिया की सरहद हो जाती है खत्म
नॉर्वे दुनिया का आखिरी देश है। माना जाता है कि वहां पृथ्वी की सीमा का अंत हो जाता है। यह देश उत्तरी पोल के पास स्थित है। नॉर्थ पोल ही वो जगह है, जहां पृथ्वी धुरी पर घूमती है। तो आइए जानते हैं कैसा होता है नॉर्वे का नजारा।
बहुत खूबसूरत है नार्वे
यह देश बहुत खूबसूरत है लेकिन आपको जानकर हैरत होगी कि यहां रात छोटी-बहुत छोटी होती है…केवल 40 मिनट की। उत्तरी नॉर्वे की हैमरफेस्ट सिटी में सिर्फ 40 मिनट के लिए ही सूरज डूबता है। इसलिए इसे कंट्री ऑफ मिडनाइट सन भी कहते हैं। रात 12 बजकर 43 मिनट पर सूरज छिपता है और महज 40 मिनट बाद दोबारा इसका उदय हो जाता है। हैमरफेस्ट शहर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भी शामिल है। नार्वे के एक अन्य शहर स्वालबार्ड में 10 अप्रैल से 23 अगस्त तक सूर्य अस्त ही नहीं होता।
बहुत ठंडा देश है
यह देश बहुत ठंडा है। जहां दुनिया में गर्मी के दिनों में कुछ देशों में तापमान 45° से 50 डिग्री के बीच होता है, वहीं गर्मियों में यहां बर्फ जमी होती है, तापमान जीरो डिग्री रहता है। सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 45 डिग्री सेल्सियस के नीचे चला जाता है। रोरोस शहर नार्वे का सबसे ठंडा शहर माना जाता है जहां तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। नार्वे पहुंचने के बाद आपको एक अलग ही दुनिया का अहसास होगा।
रोजाना रात या सुबह नहीं होती
उत्तरी ध्रुव के करीब होने के कारण वहां अन्य देशों की तरह रोजाना रात या सुबह नहीं होती। सर्दियों के दिनों में यहां सूरज के दर्शन तक नहीं होते। मतलब कि गर्मी के दिनों में यहां रात नहीं होती। यह जगह इतनी दिलचस्प है कि लोग दूर-दूर से इस अनोखे नजारे को देखने के लिए जाते हैं। इस जगह पर सनसेट और पोलर लाइट्स देखना काफी मजेदार होता है।
धरती के सिरों को नॉर्वे से जोड़ने वाला हाईवे
यह सब जानने के बाद आपका मन नॉर्वे जाने का जरूर करेगा। पर आपको बता दें कि ई-69 हाईवे धरती के सिरों को नॉर्वे से जोड़ता है। यह सड़क ऐसी जगह जाकर खत्म होती है, जहां से आगे जाने का रास्ता आपको नजर ही नहीं आएगा, क्योंकि यहां दुनिया की सीमा का अंत हो जाता है। अगर आप इस हाईवे पर जाना भी चाहें, तो अकेले जाना मना है।
यहां के लिए आपको एक ग्रुप तैयार करना होगा और फिर यहां जाने की परमिशन लेनी होगी। इस सड़क पर किसी व्यक्ति को न तो अकेले जाने की इजाजत है और न ही अकेले गाड़ी ड्राइव करने की। यहां हर तरफ बर्फ ही बर्फ है, ऐसे में अकेले सफर करने से खो जाने का डर बना रहता है।
पृथ्वी का आखिरी देश जहां सूरज केवल 40 मिनट के लिए ही डूबता है