ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। महाभारत का युद्ध अर्जुन के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन उन्हें श्रीकृष्ण ने जिंदगी का पाठ पढ़ाया, धर्म के रास्ते पर चलने को तैयार किया। भगवान श्रीकृष्ण की अर्जुन को दी गई सीख कलयुग में भी इंसान को समझना बहुत जरूरी है। इतना ही नहीं, इन सीख से आपकी जिदंगी तक बदल सकती है।
महाभारत के युद्ध को बुराई पर अच्छाई की जीत और अधर्म पर धर्म की विजय के तौर पर माना जाता है। युद्ध के दौरान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कुछ उपदेश दिए, जिसकी वजह से ही उन्हें आगे बढ़ने की हिम्मत मिली। अपने ही परिवार के सामने खड़े होकर लड़ना इतना आसान नहीं था, लेकिन श्रीकृष्ण का दिखाया रास्ता ही उन्हें जीत की ओर ले गया। अंत में पांडवों ने कौरवों को पराजित भी कर दिया।
जिंदगी में कई ऐसे मोड़ आते हैं जब इंसान उलझन में पड़ जाता है कि अब क्या करें। कई दफा सच और परिवार में से किसी एक को चुनना पड़ता है, भ्रम इतना हावी हो जाता है कि फैसला लेना भी मुश्किल लगता है। ऐसे में हम आपको श्रीकृष्ण की वो सीख बताने वाले हैं जो उन्होंने महाभारत में अर्जुन को दी थी। इन्हें समय पर समझ लिया तो कलयुग में जिंदगी की नैया पार लग सकती है।
जीवन-मृत्यु, भय-मोह जैसे लोभ
भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि संसार के निर्माण के बाद से ही जन्म और मृत्यु का चक्र चलता आ रहा है। यह प्रकृति का नियम है कि जो जन्म लेता है, उसकी मृत्यु अवश्य होनी है। फिर मृत्यु के बाद जन्म भी अवश्य होता है। ऐसे में मृत्यु से भयमुक्त होकर वर्तमान में जीना चाहिए। मृत्यु का भय जिंदगी को बर्बाद कर सकता है।
कर्म पर ध्यान देना जरूरी
आज कल ज्यादातर लोग शॉर्टकट की मदद से सक्सेस हासिल करना चाहते हैं जबकि भगवान कृष्ण ने अर्जुन को कर्म को ही पूजा मानने की सीख दी थी। भगवान कहते हैं कि कर्म ही भक्ति है, इसलिए कर्म को पूरे मन से करना चाहिए। उन्होंने अर्जुन को कर्म योगी बनने के उपदेश दिए। कलयुग में भी इंसान को समझना चाहिए कि बिना कर्म फल की प्राप्ति नहीं हो सकती है।
अन्याय को न्याय से हराएं
श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दुर्योधन की महत्वाकांक्षा का उदाहरण देते हुए समझाया था कि अन्याय का प्रतिकार करना जरूरी होता है। कलियुग में भी अन्याय के चरम पर होने की बात ग्रंथों में कही गई है लेकिन महाभारत में श्रीकृष्ण के दिए उपदेश से यह समझना जरूरी है कि अन्याय को न्याय से ही हराया जा सकता है।
सत्य के सामने मोह का त्याग करें
भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को एक अहम बात बताई थी कि सत्य के रास्ते पर चलते हुए मोह का त्याग कर देना चाहिए। अगर परिवार और अपने भी गलत रास्ते पर चले जाएं तो आप सत्य के रास्ते पर चलने के लिए उनके विरोध में भी जा सकते हैं। सच सबसे पहले होना चाहिए, तभी जिंदगी में खुश रह सकते हैं।
समय बड़ा बलवान
महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन विचलित हो गए थे और शस्त्र भी नहीं उठा पा रहे थे। तब श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि समय बड़ा बलवान है, अगर तुम सोचते हो कि तुम शस्त्र नहीं उठाओगे तो इन पापियों का संहार नहीं होगा। तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है अर्जुन तुम एक निमित्त हो, इनका संहार लिखा है जो जरूर होगा।