संजय द्विवेदी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं रहा। यूपी की अर्थव्यवस्था वर्ष 2027-28 में वन ट्रिलियन डालर होगी। वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश देश की छठी अर्थव्यवस्था थी। हमने बीते छह वर्षों में दोगुनी वृद्धि के साथ यूपी को अब देश की दूसरी अर्थव्यवस्था बना दिया है। अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अयोध्या विश्व का सबसे ज्यादा पर्यटक आकर्षित करने वाला धर्मस्थल होगा। नई अयोध्या देश में पर्यटकों की संख्या का रिकार्ड तोड़ देगी और अर्थव्यवस्था का केंद्र बनेगी।
आध्यात्मिक पर्यटन ने बहुत संभावनाएं दी हैं
मुख्यमंत्री ने विशेष बातचीत में कहा कि अयोध्या हो, काशी या फिर मथुरा हो, आध्यात्मिक पर्यटन ने बहुत संभावनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर का लक्ष्य दिया है। हमने वर्ष 2027 तक वन ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री का जो विज़न है, वह हमारा मिशन भी है। उसी के अनुरूप हमने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्य प्रारंभ किए हैं।
वर्ष 2017 से पहले सेक्टर की पहचान तक नहीं थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले विकास के लिए सेक्टरों की पहचान ही नहीं थी। उत्तर प्रदेश में तो हनुमान जैसी ताकत है लेकिन इसे भुला दिया गया था। प्रधानमंत्री के मार्ग निर्देशन का ही परिणाम है कि यूपी में अब एमएसएमई की 96 लाख इकाइयां हैं। दुनिया की सबसे उपजाऊ भूमि हमारे पास है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व मंे कृषि उत्पादन में यूपी की डबल इंजन की सरकार राष्ट्रीय औसत से आगे है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में कई मानकों पर यूपी पिछड़ा था। आज जो हमारे डाटा हैं, वे अब नेशनल औसत के समकक्ष या फिर आगे चल रहे हैं।
छह करोड़ गरीबी से उबारे
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में 6 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से उबारा है और बीमारू राज्य की श्रेणी से यूपी मुक्त हो चुका है। बीमार शब्द यूपी से हटा देना चाहिए। यूपी आज सरप्लस स्टेट है।
आज चाहे कानून-व्यवस्था हो या फिर रोजगार, हम आगे चल रहे हैं। जब हमने सरकार संभाली तो यूपी में बेरोजगारी दर 19 फीसदी से अधिक थी। अब बेरोजगारी दर 2.4 फीसदी है। यूपी में एमएसएमई दम तोड़ रही थी। ओडीओपी के जरिये एमएसएमई धमाका कर रहा है। यह रफ्तार बनी रही तो यूपी 2027-28 तक वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में जब हम आए थे तो धार्मिक पर्यटन तीन करोड़ के करीब था। यह बीते वर्ष 31.5 करोड़ के पास पहुंच गया है।