ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय खिलाड़ी अब पेरिस पैरालंपिक में दम दिखाकर चमक बिखेरने को तैयार हैं। इस बार पैरालंपिक खेलों में देश का सबसे बड़ा दल चुनौती पेश करेगा। इसमें सभी की निगाह पैरों से तीर चलाने वाली तीरंदाज शीतल देवी पर रहेगी।
भारतीय दल के लिए विदाई समारोह में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि उन्हें चुनौती को चुनौती देने वाले खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है। विदाई समारोह में खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे, भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया भी मौजूद थे।
सुमित और भाग्यश्री ध्वजवाहक
भाला फेंक में चैंपियन सुमित अंतिल और गोला फेंक खिलाड़ी भाग्यश्री जाधव पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत के ध्वजवाहक होंगे। देश का 84 सदस्यीय दल इनमें चुनौती पेश करेगा। तीन बरस पहले 54 खिलाड़ियों ने नौ खेलों में दमखम दिखाया था। इस बार 12 खेलों में भारतीय खिलाड़ी पदक के लिए दांव लगाएंगे। इनमें एथलेटिक्स में सर्वाधिक 38 पदक हैं।
28 अगस्त से आठ सितंबर के बीच पेरिस शहर में आयोजित किए जाएंगे पैरालंपिक खेल।
देश का गौरव बढ़ाएंगे खिलाड़ी
आप विपरीत परिस्थिति को अनुकूल करने वाले लोग हो। आपको बस सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। हमें विश्वास है कि हमारे खिलाड़ी पहले से अच्छा प्रदर्शन कर माता- पिता और देश का गौरव बढ़ाएंगे।
– मनसुख मंडाविया, केंद्रीय खेल मंत्री
टाप 20 में जगह की उम्मीद
मुझे 25 से अधिक पदक मिलने की उम्मीद है। हम लक्ष्य हासिल कर सके तो शीर्ष 20 देश में जगह पा सकते हैं।
-देवेंद्र सिंह झाझरिया,
अध्यक्ष, पीसीआई