विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी अपने विचार व्यक्त करते हैं तो उन विचारों के केंद्र में मुद्दा सदैव विकसित भारत का ही रहता है। इस बार जब वह महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे तो कोलकाता व बदलापुर जैसी वारदातों पर प्रधानमंत्री का गुस्सा स्पष्ट झलक रहा था। प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन में समाज निर्माण व देश के विकास में मातृशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया एवं महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर कड़ा रुख जाहिर करते हुए कहा, माताओं, बहनों और बेटियों की सामर्थ्य बढ़ाने के साथ ही उनकी सुरक्षा भी देश की जिम्मेदारी है। सरकारें आती रहेंगी, जाती रहेंगी, लेकिन जीवन की रक्षा और नारी गरिमा की रक्षा, समाज के रूप में भी और सरकार के रूप में भी, हम सबका एक बड़ा दायित्व है।
पीएम मोदी ने नाराजगी जताते हुए कहा, देश का कोई भी राज्य हो, अपनी बहन-बेटियों की पीड़ा और उनका गुस्सा मैं समझ रहा हूं। देश के हर राजनीतिक दल, हर राज्य सरकार से यही कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध का दोषी कोई भी हो, बचना नहीं चाहिए। उसको किसी भी तरह से मदद करने वाले भी किसी कीमत पर बचने नहीं चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए हमारी सरकार कानूनों को लगातार सख्त बना रही है। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार हर तरीके से राज्य सरकारों के साथ है। समाज से इस पाप की मानसिकता को मिटाना होगा। पहले बेटियों के साथ शादी के नाम पर भी धोखे के कई मामले आते रहे हैं। इसके लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं था पर नए कानून में शादी के झूठे वादों और छल को भी साफ- साफ परिभाषित किया गया है।
सबका हिसाब होना चाहिए
पीएम ने कहा, अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या फिर पुलिस व्यवस्था, जिस स्तर पर भी लापरवाही हो, सबका हिसाब होना चाहिए। ऊपर से नीचे तक एकदम स्पष्ट संकेत जाना चाहिए कि यह पाप (महिलाओं के खिलाफ अपराध) अक्षम्य है।
ई-एफआईआर से जांच में तेजी
पीएम मोदी ने यह भी कहा, अब अगर पीड़ित महिलाओं को थाने नहीं जाना है तो घर बैठे ई-एफआईआर दर्ज करा सकती हैं। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि ई-एफआईआर से थाने के स्तर पर कोई टालमटोल या छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा। इससे तेजी से जांच करने व दोषियों को कड़ी सजा दिलाने में भी मदद मिलेगी।
– सरकारें आती रहेंगी, जाती रहेंगी, न अपराधी बच पाएं, न मददगार
– शादी के झूठे वादे के खिलाफ भी हमने बनाया कानून
लखपति दीदियों के लिए 5,000 करोड़ का किया एलान
पीएम मोदी ने सम्मेलन में देशभर की लखपति दीदियों की मदद के लिए 5,000 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की। इससे करीब 2.35 लाख स्वयं सहायता समूहों के जरिये 25.8 लाख सदस्यों को बैंक ऋण मुहैया कराया जाएगा। पीएम मोदी ने 2,500 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड भी जारी किया। इससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों के लगभग 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा।
दो महीने में 11 लाख लखपति दीदी बनीं
जलगांव (महाराष्ट्र)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन में कहा कि आम चुनाव में हमने 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का वादा किया था। 10 साल में एक करोड़ और बीते दो माह में 11 लाख लखपति दीदी बन गई हैं। इस महीने एक लाख से ज्यादा लखपति दीदी बनी हैं। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में 11 लाख लखपति दीदी को प्रमाणपत्र भी वितरित किए। पीएम ने कहा, लखपति दीदी परिवार और भावी पीढ़ियों को मजबूत करने का एक बड़ा अभियान है। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदल रहा है।