ब्लिट्ज ब्यूरो
बर्लिन। स्पेन ने यूरोपियन चैंपियनशिप (यूरो कप) 2024 के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 2-1 से हराने के साथ ही रिकॉर्ड चौथी बार खिताब अपने नाम कर लिया। यूरो कप की ट्रॉफी सर्वाधिक बार जीतने का रिकॉर्ड अब स्पेन के नाम हो गया है। इससे पहले स्पेन और जर्मनी ने समान रूप से तीन-तीन बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता था, लेकिन अब स्पेन इस चैंपियनशिप की सबसे सफल टीम बन गई है। स्पेन की टीम 1964, 2008 और 2012 में भी चैंपियन रही है।
ओयारजाबल ने दागा निर्णायक गोल
बर्लिन में खेले गए यूरो कप के फाइनल मुकाबले के अंतिम क्षणों में मिकेल ओयारजाबल ने मार्क कुकुरेला के क्रॉस पर गोल दागा जो निर्णायक साबित हुआ। इससे पहले, स्पेन और इंग्लैंड के बीच पहले हॉफ तक मुकाबला गोल रहित रहा था, लेकिन 47वें मिनट में स्पेन के निको विलियम्स ने लामाइन यमल से मिले पास पर गोल दागकर टीम को बढ़त दिला दी। इंग्लैंड ने भी बराबरी की काफी कोशिश की और उसे 73वें मिनट में सफलता मिली जब स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर उतरे कोल पामर ने गोल दागा। इसके बाद दोनों टीमों ने बढ़त लेने की कोशिश की और एक समय लगा कि मैच में अतिरिक्त समय में जाएगा, लेकिन ओयारजाबल ने बिना कोई गलती किए गोल दागा और टीम को जीत दिलाने में सफल रहे।
नहीं खत्म हुआ इंग्लैंड का 58 साल का खिताबी सूखा
इंग्लैंड टीम की कोशिश अपने 58 साल के खिताबी सूखे को समाप्त करने पर टिकी हुई थी, लेकिन उसे लगातार दूसरी बार यूरो कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। स्पेन की टीम जहां खिताबी मुकाबले में अजेय रहते हुए आई थी, जबकि इंग्लैंड ने उतार-चढ़ाव भरे सफर के साथ फाइनल में प्रवेश किया था। इंग्लैंड ने यूरो 2024 में नॉकआउट चरण के तीनों मैच पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जीते थे। इंग्लैंड और स्पेन के बीच छह साल बाद कोई मुकाबला खेला गया था।
दोनों टीमों के बीच इससे पहले 2018 में नेशंस लीग का डबल हेडर मैच खेला था। स्पेन ने 2018 में वेंबली स्टेडियम में 2-1 से जीत दर्ज की थी, जबकि इंग्लैंड ने सेविला में खेले गए अगले मैच में वापसी करते हुए स्पेन को 3-2 से हराया था।
यमल ने तोड़ा पेले का 66 साल पुराना रिकॉर्ड
स्पेन के लामाइन यमल इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में उतरने के साथ ही किसी बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। उन्होंने ब्राजील के दिग्गज खिलाड़ी पेले का 66 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ डाला। यमल जब यूरो कप 2024 का फाइनल खेलने उतरे तो उनकी उम्र 17 साल एक दिन थी, जबकि 1958 में फीफा विश्व कप का फाइनल खेलते समय पेले की उम्र 17 साल 249 दिन थी। इससे पहले, फ्रांस के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल में भी यमल ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम दर्ज की थी। यमल यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट के इतिहास के सबसे कम उम्र के गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए थे।