ललित दुबे
वाशिंगटन। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू के विदाई समारोह में यूएस सांसद मार्क वॉर्नर, एमी क्लोबुशर और इंडिया हाउस के जॉन ओसोफ शामिल हुए। वहीं, अमेरिका में मौजूद सिख समुदाय ने तरणजीत सिंह संधू को सम्मानित किया। इस दौरान तरणजीत सिंह संधू ने कहा है कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंध गहन हुए हैं, उनका चरित्र परिपक्व हुआ है और दायरा बढ़ा है। संधू 35 साल की सेवा के बाद विदेश सेवा से निवृत्त हो गए हैं। उन्होंने विदाई समारोह में कहा, भारत-अमेरिकी रिश्ते मानवीय गतिविधियों के सभी सांझा क्षेत्रों को छूते हैं। इनमें प्रौद्योगिकी, व्यापार, रक्षा, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य, शिक्षा, आदि शामिल हैं।
सांसद मार्क वॉर्नर ने तरणजीत सिंह संधू के विदाई समारोह के दौरान वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘हमारे दोनों देशों के बीच दोस्ती का मूल साझा मूल्यों पर आधारित है।’
सांसद क्लोबुशर ने कहा, ‘हमें मालूम है कि यहां बहुत चुनौतियां हैं लेकिन दोनों देशों के बीच एक ऐसा रिश्ता है जो हमेशा मजबूत रहा है और सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।’ सांसद ओसोफ ने कहा, ‘मैं आपके सहयोग और कड़ी मेहनत के लिए आपको बहुत ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं। अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय रिश्ते को निर्देशित करने में मदद के लिए आपका धन्यवाद।’
राजनयिक के रूप में तरणजीत सिंह संधू ने 35 साल का शानदार करियर पूरा किया। तीन दशक से अधिक लंबे करियर के दौरान संधू ने चार बार अमेरिका में भारतीय राजनयिक के रूप में सेवाएं दीं। बीते कुछ समय में भारत और अमेरिका से संबंधों को नए मुकाम पर पहुंचाने में इनकी भूमिका उल्लेखनीय रही है।