ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के लिए अपने प्रत्याशियों को चुनने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। बेहिचक होकर वोट डालिए, पोलिंग स्टेशन पर पहुंचें। प्रयास है कि पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की लाइन नहीं मिलेगी। वोटिंग को परेशानी रहित बनाने के लिए चुनाव आयोग ने इस बार सबसे अधिक 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन बनाने का निर्णय लिया है। इस बार के करीब 97 करोड़ मतदाताओं के लिए इतनी बड़ी संख्या में पोलिंग स्टेशनों के होने से कुछ ही समय में मतदाता वोट डालकर अपने घर जा सकेंगे। इस बार भी यह कोशिश की गई है कि किसी भी पोलिंग स्टेशन पर औसतन 1500 से अधिक मतदाता न हों ताकि कम समय में वोटिंग हो सके।
हर लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या बढ़ने के साथ-साथ उसी अनुपात में पोलिंग स्टेशनों की संख्या भी बढ़ाई जाती है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 1951 के चुनाव में 1,32,560 पोलिंग स्टेशन बनाये गये थे जबकि वर्ष 2019 के चुनाव में 10,37,848 पोलिंग स्टेशन बने थे। बीते चुनाव में मतदाताओं की संख्या 91 करोड़ थी जबकि इस बार के चुनाव में वोटरों की संख्या करीब 97 करोड़ है। लिहाजा इस बार पोलिंग स्टेशनों की संख्या 10.5 लाख की गयी है। पोलिंग स्टेशनों में मतदाताओं की सुविधाओं के लिए पानी एवं अन्य जरूरी व्यवस्थाएं की गयी हैं ताकि सभी आयु वर्ग के मतदाताओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। जहां पर कुछ ही वोट हैं, वहां भी पोलिंग स्टेशन और बूथ बनाये गये हैं।
लोकसभा के बीते चुनाव में उत्तर प्रदेश के देवरिया संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक औसतन 1,543 मतदाताओं पर एक पोलिंग स्टेशन बनाया गया था। इसी तरह से जम्मू- कश्मीर के लद्दाख संसदीय क्षेत्र में औसतन 321 मतदाताओं पर एक पोलिंग स्टेशन बनाया गया था। 2024 के चुनाव में भी आयोग संसदीय क्षेत्रवार मतदाताओं की संख्या के आधार पर औसतन पोलिंग स्टेशन बना रहा है। 19 अप्रैल से शुरू होने वाले सात चरणों के मतदान में सबसे अधिक और सबसे कम मतदाताओं वाले कौन से पोलिंग स्टेशन होंगे। यह अभी चुनाव आयोग ने खुलासा नहीं किया है।
चुनाव 2019 : औसतन मतदाता
संसदीय क्षेत्र राज्य मतदाता
देवरिया उत्तर प्रदेश 1,543
हमीरपुर उत्तर प्रदेश 1,406
पोनोनी केरल 1,182
मल्लपुरम केरल 1,147
काझिकोड केरल 1,137
लोकसभा चुनाव
वर्ष -पोलिंग स्टेशन
1951- 1,32,560
1957- 2,20,478
1962- 2,38,031
1967- 2,43,693
1971- 3,42,918
1977- 3,73,910
1980- 4,26,813
1984- 5,06,058
1989- 5,80,798
1991- 5,91,020
1996- 7,67,462
1998- 7,72,681
1999- 7,74,651
2004- 6,87,473
2009- 8,30,866
2014- 9,27553
2019- 10,37,848