ब्लिट्ज ब्यूरो
छत्रपति संभाजीनगर। महाराष्ट्र की छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) स्थित सेंट्रल जेल में सरकार की तरफ से एक नई सुविधा शुरू की गई है। इसके जरिए जेल के 650 कैदी अपने परिवार के संपर्क में रह सकेंगे। ये सभी कैदी हफ्ते में तीन बार फ्री कॉल अपने परिजनों को कर सकेंगे। कैदी अपने परिवार से सात दिनों में करीब 18 मिनट बात कर पाएंगे। छत्रपति संभाजीनगर के जिले के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
छह मिनट की एक कॉल
सरकारी विज्ञप्ति में कहा कि स्मार्ट कार्ड के जरिये कैदियों को एक सप्ताह में छह-छह मिनट की तीन मुफ्त कॉल करने की सुविधा मिलेगी। सरकार ने शहर में स्थित हरसुल केंद्रीय कारागार के लगभग 650 कैदियों को स्मार्ट कार्ड वितरित किए हैं ताकि उन्हें अपने परिवार के सदस्यों और वकीलों के संपर्क में रहने में मदद मिल सके। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कई परिवार वित्तीय स्थिति के कारण जेल में अपने कैदी रिश्तेदारों से मिलने नहीं आ सकते हैं। इसलिए कैदियों को उनके परिवारों (और वकीलों) से जोड़ने के लिए हरसुल जेल में 650 कैदियों को स्मार्ट कार्ड प्रदान किए गए हैं।
नौ सेंट्रल जेल में है शामिल
विज्ञप्ति में यह साफ नहीं किया गया है कि क्या कैदी केवल उन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं जो जेल अधिकारियों के साथ पहले से साझा किए गए हैं या वे अपनी पसंद के किसी भी नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इसमें कहा गया है कि यह सुविधा (कॉलिंग बूथ) कैदियों के साथ-साथ न्यायिक हिरासत में रहने वाले लोगों को भी जेल परिसर में उपलब्ध कराई गई है। महाराष्ट्र में सरकार की तरफ से शुरू की गई यह अपनी तरह की अनूठी सेवा है। हरसुल सेंट्रल की क्षमता 2014 तक 800 कैदियों की थी। तब इस जेल में 1600 कैदी बंद थे। यह जेल महाराष्ट्र की नौ सेंट्रल जेलों शामिल है। जेल में वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा भी है। इसकी क्षमता को 2000 कैदियों तक बढ़ाने की है।