ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। निर्माणाधीन राम मंदिर को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है। एलएंडटी, टाटा, राजकीय निर्माण निगम ने कर्मचारी बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है।
मंदिर निर्माण समिति ने दिसम्बर 2024 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा है। समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने दिसम्बर तक मंदिर का कार्य पूरा होने का दावा किया है।प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम नवमी उत्सव सम्पन्न हो गया है। अब मंदिर निर्माण में शेष कार्यों को किया जा रहा है। भूतल पर लगे खम्भों में मूर्ति नक्काशी के लिए 200 कारीगरों को लगाया गया है। प्रथम तल का कार्य भी लगभग पूरा हो गया है। दिसम्बर से पूर्व राम दरबार को भी गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा। अंतिम सप्ताह तक द्वितीय तल, तृतीय तल और शिखर का निर्माण भी लगभग पूरा हो जाएगा। इसके लिए लगभग 1200 वर्कर लगाए गए हैं। 800 मीटर लंबे परकोटे का भी निर्माण किया जा रहा है, जिसमें परिक्रमा पथ और छह देवी देवताओं के भी मंदिर का निर्माण हो रहा है। 2000 मजदूर लगे हैं। अब इनकी संख्या को बढ़ा कर 5000 किया जाएगा।
इसके लिए एलएंडटी और राजकीय निर्माण निगम को निर्देशित किया गया है। परिसर में आठ और मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें शेषवतार, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषाद राज, अहिल्या देवी का मंदिर प्रस्तावित है, जिसे अगले 18 माह में तैयार किया जाना है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि अब पूरा फोकस निर्माण कार्य पर है।