ब्लिट्ज ब्यूरो
पुणे। महाराष्ट्र की एक सफाई कर्मचारी की बेटी ने 400 से अधिक अग्निवीर उम्मीदवारों को पीछे छोड़कर भारतीय नौसेना में जगह बनाई है। 20 वर्षीय श्वेता ने अपनी इस सफलता का श्रेय मां को दिया है।
श्वेता ने बताया कि उसकी मां ने उसे कहा था कि कभी भी हार नहीं माननी है। मां के मोटिवेट करने के तरीके से आज उसने यह सफलता हासिल की है। श्वेता पंडित की मां ज्योति पुणे के वनोवरी में स्व-नियोजित सफाई कर्मचारियों के सहकारी संगठन ‘स्वच्छ’ से जुड़ी हैं। वो लोगों के घरों में जाकर कूड़ा उठाती हैं।
ऐसे हासिल की सफलता
श्वेता अपने भाई के साथ सुबह 4.30 बजे उठती थी। वो उसके साथ रोजाना दौड़ और व्यायाम करने के लिए जाती थी, जिसके बाद उसने रिटन असेसमेंट और फिटनेस टेस्ट में सफलता हासिल की। इसके बाद भी श्वेता के लिए मुश्किलें कम नहीं थी। उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। ओडिशा में अपनी ट्रेनिंग यूनिट में शामिल होने से पहले उनके पास स्टेशनरी खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे। उसने जिस ट्रेन की टिकट बुक कराई थी वो भी रद हो गई।
– श्वेता ने 400 अग्निवीर उम्मीदवारों को पछाड़ा
चाचा ने की मदद
ट्रेन की टिकट रद होने के बाद श्वेता के चाचा ने उसकी मदद की। चाचा ने उसके लिए फ्लाइट टिकट खरीदा। श्वेता फ्लाइट से अपने ट्रेनिंग सेंटर पर पहुंची। श्वेता की मां 2013 से ‘स्वच्छ’ के साथ हैं। वो हर दिन लोगों के घरों में जाकर कूड़ा इकट्ठा करती है। उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। उनके साथ काम करने वालों लोगों का कहना है कि हमें बेटी श्वेता पर उतना ही गर्व है जितना उसकी मां को है।