ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। सभी धर्म की संस्कृति को काशी शहर ने बखूबी संजोया है। यहां हर पर्व लोग पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। भारत के अलग-अलग शहरों के साथ-साथ काशी में भी भक्ति भाव से गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया। इसी क्रम में वाराणसी में एक गंगा जमुनी तहजीब की अनोखी तस्वीर देखने को मिली।
वाराणसी के पातालपुरी मठ पर मुस्लिम समाज के लोग, जिसमें मुस्लिम महिलाएं और पुरुषों ने संत बालक दास का पूजन किया। मुस्लिम महिलाओं ने पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास का माल्यार्पण कर उन्हें रामनामी दुपट्टा ओढ़ाया।
इस दौरान पातालपुरी मठ पर संत की आरती कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया।
इस दौरान संत बालक दास की तरफ से मौजूद सभी लोगों को भगवान राम के आदर्शों पर चलने की सीख भी दी गई।
यह काशी की अलग तस्वीर इसलिए मानी जा रही है क्योंकि गुरु पूर्णिमा पर्व विशेष तौर पर सनातन संस्कृति को मानने वाले लोगों की तरफ से मनाया जाता है, जिसमें शिष्यों की तरफ से गुरु की पूजा की जाती है जो हिंदू शास्त्रों पुराणों में वर्णित हैं।
गुरु पूर्णिमा के दिन काशी शहर में एक बेहद खूबसूरत नजारा देखने को मिला। यहां मुस्लिम समुदाय के लोग भी गुरु पूर्णिमा का पर्व मानाते दिखे। मुस्लिम महिलाओं ने गुरु पूर्णिमा के पर्व पर वाराणसी के पातालपुरी मठ में पूरे विधि विधान से अपने गुरु की पूजा की।