ब्लिट्ज ब्यूरो
अहमदाबाद। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट से पहले ही एक लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के लिए विभिन्न व्यावसायिक संस्थाओं और राज्य सरकार के बीच 23 समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। गुजरात समिट का आयोजन 10 से 12 जनवरी तक गांधीनगर में किया जाएगा।
राज्य सरकार की विज्ञप्ति में कहा गया है कि गांधीनगर के महात्मा मंदिर में 10 से 12 जनवरी तक आयोजित होने वाले वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें एडिशन से पहले गुजरात में 1.35 लाख करोड़ रुपये के संभावित निवेश के लिए 100 ऐसे समझौते किए गए हैं। उम्मीद है कि एक लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के लिए 23 समझौता ज्ञापनों से लगभग 70,000 नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
अनुमानित निवेश के साथ 5,500 नौकरियां पैदा होंगी
हस्ताक्षरित एमओयू के तहत बंदरगाह और संबंधित क्षेत्रों में 27,271 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ 10,100 नौकरियां पैदा की जाएंगी। इसके अलावा बिजली क्षेत्र में 45,600 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ 5,500 नौकरियां पैदा होंगी, जबकि 4,000 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ खनिज आधारित उद्यमों में 2,000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इंजीनियरिंग, ऑटो और अन्य उद्योग 13,070 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश से राज्य में 8,150 नौकरियां पैदा करेंगे।
इसके अलावा, औद्योगिक पार्कों, कपड़ा और परिधान, रसायन और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में 4,469 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ 34,650 नौकरियां, शिक्षा क्षेत्र में 3,100 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से लगभग 8,200 नौकरियां पैदा होंगी। इसके साथ ही कृषि एवं फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 3,500 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है जिसके कारण 1,290 रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इन 23 समझौतों के तहत उद्योगों की शुरुआत 2025 से 2030 के बीच शुरू होने की उम्मीद है। ये बिजनेस यूनिट गुजरात के विभिन्न स्थानों जैसे अमरेली, वलसाड, हजीरा, जामनगर, कच्छ, मोरबी, राजकोट, सुरेंद्रनगर, वडोदरा और अहमदाबाद में स्थापित की जाएंगी।