ब्लिट्ज ब्यूरो
जयपुर । राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने विधायकों को नसीहत देते हुए कहा है कि उन्हें ‘मैं और मेरा’ से ऊपर उठकर जनता के लिए सोचना चाहिए। विधायकों को चाल-चलन के साथ आचार-विचार को जन हितों के साथ जोड़ना चाहिए। सिर्फ ‘मैं और मेरा’ सोचने से राज्य का भला नहीं होगा।
जनता ने जनप्रतिनिधियों को दायित्व दिए हैं, जनता अपने जनप्रतिनिधियों से बहुत प्यार करती है। उन्होंने कहा,राजस्थान की जनसंख्या सात करोड़ से अधिक है। जनप्रतिनिधि केवल दो सौ हैं। जनता कभी एक बार,दो बार या इससे अधिक बार विधायक चुनती है। एक से अधिक बार अपने नेता को वोट की ताकत से विधानसभा में भेजती है। जनता नेता का अनुसरण करती है। राष्ट्रपति ने कहा,आज तकनीक का युग है । लोग घर-घर में देखते हैं और समझते हैं कि विधानसभा में विधायक मेरे लिए क्या बोल रहे हैं। राष्ट्रपति अपनी तीन दिवसीय राजस्थान यात्रा के दौरान जयपुर स्थित विधानसभा सदन में विधायकों को संबोधित कर रही थीं।
राज्य के इतिहास में यह पहला मौका है जब राष्ट्रपति ने विधानसभा में विधायकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, देश के दो सदनों को राजस्थानी चला रहे हैं, ये गर्व की बात है। उपराष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे हैं।