शेखर
लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया। सुएला ने पुलिस पर फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के प्रति बहुत अधिक उदार होने का आरोप लगाया था। सुएला ब्रेवरमैन ने भारत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। वीजा पर ऋषि सुनक से भी उनका टकराव चल रहा था। वह जब-तब सुनाक के खिलाफ मोर्चा खोल लेती थीं। सुएला का रुख प्रवासी भारतीयों के लिए काफी कड़ा रहा। वह भारत-यूके ट्रेड एग्रीमेंट की खिलाफत भी कर चुकी थीं।
इस्राइल-हमास जंग के बीच सुएला ब्रेवरमैन ने अखबार ‘द टाइम्स’ में लेख लिखा था। इस लेख में उन्होंने लंदन में होने वाले प्रदर्शनों से सख्ती से नहीं निपटने का आरोप लगाया था। इसी के बाद से उनके भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। सुनक पर सुएला ब्रेवरमैन की टिप्पणियों को लेकर उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के कई सदस्यों का दबाव था और साथ में उन्हें विपक्ष के हमलों का भी सामना करना पड़ रहा था।
सरकार का कहना है कि ब्रेवरमैन ने कैबिनेट फेरबदल के तहत अपना पद छोड़ दिया। उनकी जगह भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जेम्स क्लेवरली को गृह मंत्री नियुक्त किया है। सुएला ब्रेवरमैन ने यह भी कहा था कि भारत ‘माइग्रेशन और मोबिलिट साझेदारी’ (एमएमपी) में बेहतर काम नहीं कर रहा है। सबसे बड़ी संख्या में भारतीय अपनी वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी ब्रिटेन में रुके रहते हैं। इससे ब्रिटेन में भारतीयों की भीड़ बढ़ सकती है।
ब्रिटेन में इन दिनों प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी ही पार्टी के निशाने पर हैं। सुनक द्वारा गृहमंत्री सुएला को बर्खास्त करने के बाद ब्रिटिश पीएम के खिलाफ उनकी ही पार्टी कंजर्वेटिव की सांसद एंड्रिया जेनकिन्स ने अविश्वास प्रस्ताव दिया है। अक्तूबर 2022 में पीएम बनने के बाद पहली बार है जब ऋषि अविश्वास पत्र का सामना कर रहे हैं।