ब्लिट्ज ब्यूरो
चेन्नई। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई के इकलौते टेस्ट मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 90 साल का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर बनाया।
उन्होंने टेस्ट के दूसरे महिला टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर बना डाला। 1934 में महिला टेस्ट क्रिकेट का आगाज हुआ था। जब से लेकर अब तक यानी 90 साल में यह पहली बार हुआ कि किसी टीम ने 600 रन का आंकड़ा पार किया हो।
भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। इसका भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर फायदा उठाया और 115.1 ओवर खेलने के बाद 6 विकेट पर 603 रन बनाकर अपनी पारी को घोषित कर दिया। यह महिला टेस्ट क्रिकेट में आज तक का सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था। उन्होंने इसी साल के शुरुआत में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ही 9 विकेट पर 575 रन बनाकर अपनी पारी को डिक्लेयर किया था।
दक्षिण अफ्रीका को दस विकेट से हराया
एक ओर जहां देश टीम इंडिया के टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनने का जश्न मना रहा है, वहीं दूसरी ओर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने भी फैंस को खुश होने का बड़ा मौका दिया है। चेन्नई में एकलौते टेस्ट में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका को 10 विकेट से धो डाला। टीम इंडिया ने पहली पारी में 603 रनों का विशाल स्कोर बनाया। जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम पहली पारी में सिर्फ 266 रनों पर ढेर हो गई।
फॉलोऑन खेलने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम ने दूसरी पारी में अच्छी फाइट दिखाते हुए 373 रन स्कोरबोर्ड पर लगाए और अंत में टीम इंडिया को 37 रनों का लक्ष्य मिला। इस स्कोर को हासिल करने में टीम इंडिया को कोई दिक्क त पेश नहीं आई। सानिया और शुभा सतीश ने मिलकर लक्ष्य चेज कर लिया। महिला गेंदबाजों ने भी कमाल दिखाया। दूसरी पारी में स्नेह राणा की फिरकी ने साउथ अफ्रीका को झकझोर कर रख दिया। राणा ने 77 रन देकर 8 विकेट अपने नाम किए।
महिला टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के 5 सबसे बड़े स्कोर
• भारत- 603/6 बनाम साउथ अफ्रीका
• ऑस्ट्रेलिया- 575/9 बनाम साउथ अफ्रीका
• ऑस्ट्रेलिया- 569/6 बनाम इंग्लैंड
• ऑस्ट्रेलिया- 525 बनाम भारत
• न्यूजीलैंड- 517/8 बनाम इंग्लैंड
शैफाली वर्मा का सबसे तेज दोहरा शतक
भारतीय महिला टेस्ट टीम के इतिहास रचने में युवा और विस्फोटक ओपनर शैफाली वर्मा ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 197 गेंद का सामना कर 205 रन की शानदार पारी खेली। शैफाली ने सबसे कम गेंदों पर दोहरा शतक लगाया। उन्होंने 23 चौके और 8 छक्के लगाए। इससे पहले आस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड (248 गेंद) के नाम यह रिकॉर्ड था। स्मृति मंधाना ने भी 27 चौके और 1 छक्के की मदद से 149 रन ठोके।