ब्लिट्ज ब्यूरो
रियाद। सऊदी अरब के एक फैसले से पवित्र हज यात्रा पर जाने वाले लाखों मुसलमानों को बड़ा फायदा होने वाला है। सऊदी अरब ने अपने वीजा नियमों को बदला है और इसके साथ ही उसने भारत के लिए फ्लाइट्स की संख्या में भी इजाफा किया है। इन फैसलों का मकसद ज्यादा से ज्यादा भारतीय मुसलमानों को ‘उमरा’ कराना या फिर उन्हें रमजान के महीने में मक्क ा के बाहर की तीर्थयात्रा में सहूलियतें मुहैया कराना है। सऊदी के हज और उमरा मंत्री तौफिग बिन फौजान अल-रबिया ने एक इंटरव्यू में इन खास बातों के बारे में बताया है।
1.37 मिलियन मुसलमानों की उम्मीद
राबिया जो भारत के दौरे पर आए हुए थे, उन्होंने कहा कि इन फैसलों के बाद उम्मीद है कि भारत के 1.37 मिलियन मुसलमान साल 2024 में उमरा कर सकेंगे। यह आंकड़ा साल 2023 में 1.2 मिलियन था। अल राबिया ने कहा कि भारतीयों को उमरा के लिए किसी खास वीजा की जरूरत नहीं पड़ेगी।
साथ ही वो बिना वर्क या फिर टूरिस्ट वीजा के तीर्थयात्रा कर सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने सऊदी अरब के आर्थिक और सांस्कृतिक समृद्धीकरण में भारतीयों के योगदान की तारीफ की।
खत्म हुए वीजा प्रतिबंध
उन्होंने बताया कि उमरा के लिए भारत से जाने वाले तीर्थयात्रियों की भारी संख्या के मद्देनजर फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने के लिए समझौते किए गए हैं। इस विस्तार में कई भारतीय एयरपोर्ट्स से जेद्दा और मदीना के लिए डायरेक्ट फ्लाइट्स शुरू होंगी। इसके अलावा उमरा तीर्थयात्रा की बढ़ती मांग के तहत सऊदी एयरलाइंस में सीट क्षमता में रणनीतिक वृद्धि लागू की गई है। भारतीय मुसलमानों के लिए उमरा वीजा नियमों में हाल ही में बदलाव किया गया है। इसके तहत उनकी पिछली वीजा स्थिति के आधार पर लगे प्रतिबंधों को खत्म किया गया है।
90 दिनों तक उमरा वीजा
ई-वीजा सिस्टम की शुरुआत भी की गई है। इन परिवर्तनों के तहत वीजा आवेदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया गया है। इन खास बदलावों में उमरा वीजा को 90 दिनों तक बढ़ाना भी शामिल है। उमरा करने के इच्छुक व्यक्ति अब 48 घंटों के अंदर एंट्री वीजा हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा भारतीय यात्री अपने काम, पर्यटक या उमरा वीजा का प्रयोग करके और यूके, यूएस या शेंगेन वीजा या इन देशों में उन्हें रहने के साथ सऊदी अरब में उमरा करने की मंजूरी भी मिल सकती है। इसके अलावा, उमरा करने के इच्छुक भारतीय स्टॉपओवर वीजा भी हासिल कर सकते हैं।