गुलशन वर्मा
शंघाई । तीरंदाजी विश्व कप में भारतीय पुरुष रिकर्व टीम के धीरज बोम्मदेवरा, तरुणदीप राय और प्रवीण जाधव ने वर्तमान ओलंपिक चैंपियन दक्षिण कोरिया को पछाड़ते हुए यहां 14 वर्ष बाद ऐतिहासिक जीत प्राप्त की। स्पर्धा की शीर्ष दो वरीयता प्राप्त टीमों के मुकाबले में भारत ने 5-1 (57-57, 57-55, 55-53) से जीत हासिल की। वर्तमान विश्व कप में भारत का यह पांचवां स्वर्ण पदक है। इससे पहले भारतीय कंपाउंड तीरंदाजों ने टीम स्पर्धाओं में पुरुष, महिला और मिक्स्ड टीम में स्वर्ण पदक जीते थे।
तरुणदीप रॉय जीत के हीरो
कोरिया के खिलाफ भारतीय जीत के हीरो सेना के तीरंदाज तरुणदीप रॉय रहे। 2010 में जब अंतिम बार पुरुष तीरंदाजों ने कोरिया को हराया था तो उस टीम में भी तरुणदीप थे। भारत की यह जीत इसलिए भी खास है कि कोरियाई टीम के दो सदस्य किम वृजिन और किम जे डियोक टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण विजेता रहे हैं।
ज्योति सुरेखा वेन्नम ने दिलाया चौथा स्वर्ण
एशियाई खेलों की चैंपियन ज्योति सुरेखा वेन्नम ने महिलाओं के कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में चौथा स्वर्ण पदक जीता था।
अंकिता व धीरज काे कांस्य
अंकिता भक्त और धीरज की रिकर्व मिक्स्ड टीम ने भी कांस्य पदक जीता। भारतीय जोड़ी ने मेक्सिको की एलेजांद्रा वेलेंशिया और मटियास ग्रांडे की जोड़ी को 6-0 (35-31, 38-35, 39-37) से हराया। वहीं, मां बनने के बाद खेल से दूर रहीं अनुभवी दीपिका कुमारी को महिला रिकर्व व्यक्तिगत वर्ग के फाइनल में रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
प्रियांश को व्यक्तिगत कंपाउंड वर्ग में पहला विश्व कप रजत
प्रियांश ने पुरुषों के व्यक्तिगत कंपाउंड वर्ग में पहला विश्व कप रजत पदक जीता था। इसके साथ ही इस वैश्विक टूर्नामेंट में अब भारत के पांच स्वर्ण समेत कुल आठ पदक हो गए हैं।