ब्लिट्ज ब्यूरो
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा है कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों को रिकॉर्ड करने और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के मामलों की निगरानी के लिए नया डाटाबेस लॉन्च किया है।
कंबोज ने सोशल मीडिया पर कहा, संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों में जवाबदेही तय करने की प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाने में नई दिल्ली अग्रणी है। डाटाबेस के लॉन्च की घोषणा भारत के नेतृत्व वाले ‘ग्रुप ऑफ फ्रेंड्स’ (जीओएफ) की उच्च स्तरीय बैठक में हुई। इसमें आरोपी सैनिकों को कानूनी ढांचा प्रदान करने पर भी चर्चा हुई थी। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने बताया कि डाटाबेस को ऑनलाइन भंडारण के रूप में कार्य करने के लिए डिजाइन किया गया है।
इसे यूनाइट अवेयर प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया गया है। इससे घटनाओं के व्यापक विश्लेषण में मदद मिलेगी और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी रणनीतियां तैयार की जा सकेंगी। बैठक में रुचिरा कंबोज ने पिछले वर्ष जीओएफ की प्रगति पर प्रकाश डाला। इस डाटाबेस से शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों के लिए जवाबदेही को आगे बढ़ाने के लिए प्रभावशाली उपाय लागू किए जा सकेंगे।
जीओएफ में शामिल हैं 40 देश
जीओएफ की स्थापना 2022 में हुई थी। भारत, बांग्लादेश, मिस्र, फ्रांस, मोरक्क ो और नेपाल जीओएफ के सह अध्यक्ष हैं। इसमें 40 देश भी शामिल हैं। जीओएफ की दूसरी बैठक में अपराधिक गतिविधियों में शामिल शांति सैनिकों के खिलाफ कानूनी ढांचे को मजबूत करने की रणनीतियों पर चर्चा की गई । इससे सचिवालय, मिशनों और सदस्य देशों को दुर्भावनापूर्ण कृत्यों में शामिल शांति सैनिकों के खिलाफ मामलों की निगरानी और समाधान करने में मदद मिलेगी।