लंदन। ब्रिटेन में इस साल के आखिर में होने वाले आम चुनाव में विपक्षी लेबर पार्टी अपनी नैया पार लगाने के लिए ब्रिटिश भारतीयों को साधने में जुट गई है। लेबर पार्टी ने प्रवासी भारतीयों से जुड़ने और सत्ता में आने के बाद एक साल में भारत के साथ बातचीत को मजबूत करने के मकसद से नया प्रवासी आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया है। लेबर पार्टी के विदेश मामलों के सचिव डेविड लैमी ने लंदन में संसद भवन परिसर में ‘लेबर इंडियंस’ पहल का शुभारंभ किया।
हालिया भारत यात्रा का जिक्र
इस अवसर पर उन्होंने अपनी हालिया भारत यात्रा का जिक्र किया। साथ ही लैमी ने लेबर पार्टी के आगामी चुनाव में जीतने पर भारत-ब्रिटेन साझेदारी को नई ऊंचाई पर ले जाने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को साझा किया।
भारत को महाशक्ति बताते हुए लैमी ने कहा कि उद्यमशीलता, इनोवेशन, वैज्ञानिक, औद्योगिक आधार और बड़ी आबादी के साथ भारत एक महाशक्ति है।
लैमी ने कहा, हालांकि भारत के सामने अभी भी चुनौतियां हैं लेकिन मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस भू-राजनीतिक समय में ब्रिटेन को यह समझना बेहद महत्वपूर्ण है कि भारत दुनिया की एक महाशक्ति है। उन्होंने आगे कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि भारत के प्रधानमंत्री कौन हैं और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कौन हैं, क्योंकि रणनीतिक रूप से दोनों देशों के बीच बहुत मजबूत संबंध हैं।
पूर्व लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन के नेतृत्व में पार्टी से जुड़ी कुछ भारत विरोधी बयानबाजी के बारे में पूछे जाने पर लैमी ने कहा कि लेबर पार्टी ने नई यात्रा शुरू की है और कीर स्टार्मर के नेतृत्व में पार्टी ने अपनी नीतियों में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि हमारी यात्रा स्पष्ट है। हम कॉर्बिन के वर्षों के कार्यकाल को राजनीतिक रूप से पार्टी के लिए असफल मानते हैं। मुझे लगता है कि कॉर्बिन के कार्यकाल में भारतीय समुदाय के बीच पार्टी को लेकर ऐसी धारणा बनी थी लेकिन उनकी भारत यात्रा इस धारणा से हटकर देखने को लेकर थी।