गुलशन वर्मा
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिरला इस वक्त चर्चाओं के केंद्र में हैं। वजह है उनका दूसरी बार लोकसभा का स्पीकर चुना जाना। अपने कुशल व्यवहार व हाजिर जवाबी के लिए ओम बिरला अक्सर वाहवाही लूट ले जाते हैं।
ओम बिरला के निजी जीवन की बात करें तो उनकी पत्नी का नाम अमिता बिरला हैं। ओम बिरला दो बेटियों के पिता हैं और उनकी एक बेटी अंजलि बिरला आईएएस अधिकारी हैं। अंजलि ने ये सफलता पहले ही प्रयास में हासिल की थी।
अंजलि ने पिता से कहा था कि वो सिविल सेवा में जाना चाहती हैं। अंजलि के इस फैसले में पिता ने तो साथ दिया ही, साथ ही मां भी खुशी खुशी तैयार हो गईं।
रच दिया इतिहास
वो साल 2020 था, जब अपनी पहली ही कोशिश में अंजलि ने यूपीएससी की परीक्षा में इतिहास रच दिया। अगस्त 2020 में यूपीएससी के रिजल्ट की घोषणा की गई और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने एक रिजर्व लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में अलग-अलग कैटेगरी यानी सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस और एससी से 89 उम्मीदवार शामिल थे। इसी लिस्ट में अंजलि ने अपनी जगह बना ली। आज न केवल उनके पिता ओम बिरला बल्कि पूरे राजस्थान सहित देश को इस बेटी पर गर्व है।
रेल मंत्रालय में ड्यूटी
अंजलि बिरला ने कोटा के सोफिया स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। स्कूल के बाद अंजलि ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज से राजनीति विज्ञान (ऑनर्स) की पढ़ाई की। इसी दौरान यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी और अपने पहले ही प्रयास में दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक को पास कर दिखाया। अंजलि वर्तमान में केंद्रीय रेल मंत्रालय में अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं।
सफलता में सबसे योगदान पिता का
अंजलि बताती हैं कि उनकी इस सफलता में अगर किसी एक इंसान का सबसे बड़ा रोल है, तो वो हैं उनके पिता ओम बिरला। पिता ने प्रेरित किया कि वो सिविल सर्विस में जाएं और बाकी कसर उनकी बड़ी बहन आकांक्षा ने पूरी कर दी। अंजलि के मुताबिक, उनकी बड़ी बहन आकांक्षा ने उन्हें हर कदम पर मॉटिवेट किया। रिजल्ट आने के बाद अंजलि ने कहा था, ‘मैं इस परीक्षा में सेलेक्ट होकर बहुत खुश हूं। मैं समाज के लिए कुछ करने के लिए सिविल सेवा में शामिल होना चाहती थी क्योंकि मैंने हमेशा समाज के लोगों के प्रति अपने पिता को जिम्मेदारी निभाते देखा है।’