ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत सरकार द्वारा चयनित पांच विभूतियों को भारत रत्न से सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत अन्य नेता भी शामिल हुए। राष्ट्रपति मुर्मू ने स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व पीएम नरसिंह राव, बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया।
जहां चौधरी चरण सिंह का भारत रत्न लेने के लिए उनके पोते जयंत सिंह आए, वहीं नरसिंह राव का भारत रत्न लेने उनके बेटे पीवी प्रभाकर राव पहुंचे।
एमएस स्वामीनाथन का भारत रत्न लेने उनकी बेटी नित्या राव राष्ट्रपति भवन पहुंचीं। कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर ने उनका भारत रत्न ग्रहण किया।
2020 से 2023 तक किसी को भी भारत रत्न नहीं दिया गया था, लेकिन 2024 के लिए केंद्र सरकार ने इन पांच विभूतियों को चुना। पूर्व पीएम नरसिंह राव को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले पर उनके पोते एनवी सुभाष ने केंद्र सरकार की सराहना की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, नरसिंह राव बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। चाहे आंध्र प्रदेश के लिए हो या केंद्र के लिए, उन्होंने कई बार साहसिक कदम उठाए। जब वह प्रधानमंत्री बने, उस समय स्थिति बहुत खराब थी। जब कांग्रेस पार्टी 2004 से 2014 तक सत्ता में रही तब न तो पार्टी ने और न ही गांधी परिवार ने उनके योगदानों को कभी याद किया। पीएम मोदी ने उनके योगदानों को याद रखा और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया।
चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत ने मीडिया से बातचीत में कहा, बता नहीं सकता कि मैं कितना खुश हूं। वहां बैठकर धीरे-धीरे इस पल की अहमियत का एहसास होता है। किसानों के हित की बात किसानों तक पहुंची है।