ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। महिला पायलट और भारत की बेटी के नाम से मशहूर कैप्टन जोया अग्रवाल ने एक लड़की का पायलट बनने का सपना साकार करने में मदद की। महाराष्ट्र के धारावी की झुग्गी बस्ती की लड़की ने खुद अपने संघर्ष और कैप्टन जोया अग्रवाल के मदद की कहानी बताई।
बच्ची को हवाई जहाज से लगाव था पर मां
चाहती थी कि बेटी इंजीनियर बने। जिद, जुनून और चाहत के बल पर उसने पायलट बनने का रास्ता चुना। परीक्षा में भी लड़की ने बेहतर प्रदर्शन किया। कुछ कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन, रास्ते में रोड़ा बनी उसकी आर्थिक स्थिति।
जैसा कहा जाता है कि अगर सच्चे दिल से आप कोशिश करते हैं और आपके अंदर काबिलियत है तो मंजिल पाने के लिए भगवान किसी न किसी को मददगार बना कर भेज ही देता है। ठीक ऐसा ही हुआ। कैप्टन जोया अग्रवाल आगे आई ं और इस लड़की नुदरत के पायलट बनने के सपने को पूरा करने में मदद की। जाेया नुदरत के घर भी गई ं।
– जोया ने कहा, यह तो शुरुआत है, मैं हर काबिल लड़की की मदद करूंगी
ट्रेनिंग में हुई दिक्कत
लड़की ने मीडिया से बात करते हुए बताया हमारे पास पैसे जुटाने के लिए कोई संसाधन नहीं था, इसलिए मेरा प्रशिक्षण नहीं हो पा रहा था। भले ही मैंने फ्लाइंग स्कूल प्रवेश परीक्षा पास कर ली, लेकिन मेरी वित्तीय स्थिति खराब होने के बाद कुछ न कुछ गलती रह जाती थी और मैं रिजेक्ट हो जाती थी। आगे उसने कहा कि जब से जोया अग्रवाल को पीएम मोदी से ‘भारत की बेटी’ पुरस्कार मिला, मुझे लगा कि वह मेरी मदद करने वाली होंगी और मैंने उनसे संपर्क कर मुलाकात का समय मांगा जो तत्काल मिल गया। जोया ने मेरी हर संभव मदद की और मेरा पायलट बनने का सपना साकार हो गया। मैंने जीवनभर के लिए उन्हें अपना गुरु मान लिया।
कैप्टन जोया ने कहा- ‘यह तो बस शुरुआत है
एयर इंडिया की पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है। मैं हर उस लड़की के सपने को हकीकत में बदलना चाहती हूं, जिसके अंदर कुछ करने की आग है, कुछ पाने की जिद है। उन्होंने कहा कि उड्डयन क्षेत्र बहुत तेजी से बढ़ रहा है, अगले 14-15 वर्षों में यह दोगुना होने वाला है। हम अपनी लड़कियों को सिर्फ इसलिए हतोत्साहित नहीं होने दे सकते क्योंकि उनके पास संसाधनों की कमी है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को भी धन्यवाद दिया।