दीप्सी द्विवेदी
लंदन। ब्रिटेन में आम चुनाव में जनता ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को जोर का झटका दिया है। भारतवंशी सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को बहुत बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। प्रतिद्वंद्वी लेबर पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है। लेबर पार्टी के उम्मीदवार किएर स्टार्मर की लेबर पार्टी को 650 में से 412 सीटें मिल गई हैं, वहीं, ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को महज 121 सीटों पर सब्र करना पड़ा है। लेबर पार्टी का 14 साल का वनवास खत्म हो चुका है। पार्टी के नेता और मानवाधिकार अधिवक्ता किएर स्टार्मर को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुन लिया गया है।
स्टार्मर ने बकिंघम पैलेस में महाराजा चार्ल्स तृतीय से मुलाकात की, जिसके बाद वह आधिकारिक रूप से ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए। स्टार्मर ने भारतीय मूल के लोगों के साथ लेबर पार्टी के संबंधों में बदलाव की वकालत की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शानदार जीत के लिए किएर स्टार्मर को बधाई दी है। ऋषि सुनक दो सीटों पर चुनाव लड़े और दोनों ही जगह उनकी जीत हुई।
सुनक ने कंजर्वेटिव पार्टी की सत्ता पर पकड़ बनाए रखने की पूरी कोशिश की, जबकि मतदाता पार्टी के 14 साल के कार्यकाल से थक चुके थे। अप्रैल 2020 में वामपंथी जेरेमी कॉर्बिन से नेता के रूप में पदभार संभालने के बाद से, स्टार्मर को अपनी पार्टी को राजनीतिक केंद्र की ओर ले जाने और अपने रैंकों के भीतर यहूदी-विरोधी भावना को खत्म करने के लिए प्रशंसा मिली है। उनके समर्थक उन्हें एक व्यावहारिक और विश्वसनीय नेता के रूप में देखते हैं, जो ब्रिटेन को उसकी आर्थिक मंदी से बाहर निकालने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।
कानपुर के नवेंदु मिश्रा बने ब्रिटेन में सांसद
नपुर के नवेंदु मिश्रा भी इस बार ब्रिटेन में सांसद बने हैं. लेबर पार्टी के नेता नवेंदु मिश्रा स्टॉकपोर्ट सीट से चुनाव जीते हैं। आपको बता दें कि नवेंदु मिश्रा के पिता कानपुर तो मां गोरखपुर की रहने वाली हैं। नवेंदु मिश्रा ने स्टॉकपोर्ट में शॉप-फ्लोर ट्रेड यूनियनिस्ट के तौर पर काम किया। इसके बाद वह यूनिसन ट्रेड यूनियन के आयोजक बन गए और उनकी राजनीति में एंट्री हो गई। साल 2019 में हुए ब्रिटिश चुनावों में भी नवेंदु मिश्रा को जीत मिली थी। तब भी उन्होंने इसी सीट से चुनाव जीता था।
स्टार्मर के क्या हैं वादे
आ वास क्षेत्र में स्टार्मर का लक्ष्य पहली बार घर खरीदने वालों को बढ़ावा देना है। इसके लिए एक ऐसी योजना शुरू की गई है जो उन्हें नए आवास विकास तक प्राथमिकता प्रदान करती है। साथ ही 1.5 मिलियन नए घर बनाने के लिए नियोजन कानूनों में सुधार का वादा भी किया गया है। शिक्षा भी एक अन्य प्राथमिकता है, स्टार्मर ने 6,500 शिक्षकों की भर्ती करने तथा निजी स्कूलों के लिए कर छूट समाप्त करके उनके वेतन का वित्तपोषण करने का वचन दिया है।
कौन हैं किएर स्टार्मर?
साल 1963 में सरे में एक मजदूर वर्ग के परिवार में जन्मे स्टार्मर की परवरिश उनके परिवार द्वारा झेली गई कठिनाइयों से हुई। उनके पिता टूलमेकर थे। स्टार्मर की उनसे ज्यादा बनती नहीं थी, जबकि उनकी मां, जो एक नर्स थीं, एक पुरानी बीमारी से जूझ रही थीं। स्टार्मर का असामान्य पहला नाम उनके समाजवादी माता-पिता ने लेबर पार्टी के संस्थापक किएर हार्डी को श्रद्धांजलि के रूप में चुना था।
राजनीति में स्टार्मर का प्रवेश अपेक्षाकृत देरी से हुआ। वह 52 साल की उम्र में 2015 में होलबोर्न और सेंट पैनक्रास के लिए संसद सदस्य के रूप में चुने गए।
एक कुशल वकील के रूप में उनकी प्रतिष्ठा ने उनके राजनीतिक उत्थान का मार्ग प्रशस्त किया। वे शीघ्र ही पद पर आसीन हो गए तथा पूर्व लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन के अधीन ब्रेक्सिट सचिव के रूप में कार्य किया।
भारतवंशी लिसा नंदी को मिले अहम मंत्रालय
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने अपनी कैबिनेट का एलान कर दिया। उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के विगन संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतने वाली भारतीय मूल की लिसा नंदी को प्रधानमंत्री ने संस्कृति, मीडिया एवं खेल मंत्री नियुक्त किया है।
44 वर्षीय लिसा नंदी जनवरी 2020 में लेबर पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनावों में अंतिम 3 दावेदारों में से एक थीं, जहां उनका मुकाबला स्टार्मर और एक अन्य उम्मीदवार से था, तब से उनकी शैडो कैबिनेट में सेवा कर रही हैं। वह अब लुसी फ्रेजर से संस्कृति मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण करेंगी जो ऋषि सुनक की उन मंत्रियों में शामिल थीं जिन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
ब्रिटेन की संसद में दोगुने हुए भारतवंशी
लंदन। ब्रिटेन के पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार लगभग दोगुने 26 भारतवंशियों ने जीत का परचम लहराया है। 2019 के आम चुनाव में 15 भारतवंशी जीते थे। संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ के लिए सबसे अधिक भारतवंशी लेबर पार्टी के टिकट पर जीते हैं।
चुनाव में इन भारतीयों को मिली जीत
लेबर पार्टी से चुने गए
1. वेलेरी वेज
2. लिसा नंदी
3. तन्मजीत सिंह
4. नवेंदु मिश्रा
5. नादिया व्हिट्टोम
6. जस अथवाल
7. बैगी शंकर
8. सतवीर कौर
9. हरप्रीत उप्पल
10. वरिंदर जस
11. गुरिंदर जोसन
12. कनिष्का नारायण
13. सोनिया कुमार
14. सुरीना ब्रेकनब्रिज
15. किरिथ एंटविस्टल
16. जीवुन संधेर
17. सोजन जोसफ
कंजर्वेटिव पार्टी से चुने गए
1. सुएला ब्रेवरमैन
2. गगन मोहिंद्रा
3. शिवानी राजा
अन्य पार्टी से जीतने वाले उम्मीदवार
1. मुनीरा विल्सन
पार्टी – लिबरल डेमोक्रेट्स
मुख्य भारतवंशी जिन्होंने दुनिया में कमाया नामऋषि सुनक
( कंजर्वेटिव) अक्टूबर 2022 में ब्रिटेन के पीएम बने थे
प्रीति पटेल पार्टी ( कंजर्वेटिव) ब्रिटेन की गृह मंत्री रह चुकी हैं
सीमा मल्होत्रा (लेबर पार्टी) ब्रिटेन में पहली शैडो मंत्री बनीं
प्रीत कौर गिल (पार्टी लेबर) ब्रिटेन की पहली महिला सिख सांसद