ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। चीन के बहकावे में आकर भारत को आंखें दिखाने वाले मालदीव के सुर अब बदल गए हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत के मुरीद हो गए हैं। वह खुले मन से पीएम मोदी और भारत की तारीफ कर रहे हैं। ऐसे में चीन की टेंशन बढ़ना लाजमी है।
दरअसल मुइज्जू के राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के 9 महीने बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मालदीव के दौरे पर गए थे। यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को फिर से पटरी पर लाने का प्रयास थी, बल्कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखते हुए दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने का भी महत्वपूर्ण कदम था। यह यात्रा दोनों देशों के लिए द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का बेहतर अवसर रहा।
भारत अपनी सॉफ्ट पॉलिसी और सांस्कृतिक संबंधों से मालदीव के साथ मजबूत संबंध बना रहा है। वहीं, चीन आर्थिक और सैन्य ताकत से मालदीव पर अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
मुइज्जू ने मालदीव को भारत का करीबी बताया
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा, ‘भारत हमेशा से एक करीबी सहयोगी और बहुमूल्य साझेदार रहा है और उनके देश को जब भी उसकी जरूरत पड़ी, तब नई दिल्ली ने हर तरह की सहायता प्रदान की है।’ इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुइज्जू से मुलाकात कर दोनों देशों की जनता और क्षेत्र के लाभ के लिए भारत-मालदीव संबंधों को मजबूत बनाने की नई दिल्ली की प्रतिबद्धता दोहराई।