ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली विभूतियों को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार प्रख्यात बायोकेमिस्ट गोविंदराजन पद्मनाभन को पहले विज्ञान रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा चंद्रयान-3 के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को विज्ञान टीम सम्मान दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने 33 राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा की है। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (आरवीपी) के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तियों या टीम की तरफ से नामांकन किए जाते हैं।
इन्हें मिलेगा विज्ञान श्री अवॉर्ड
खगोल भौतिकविद् अन्नपूरिणी सुब्रमण्यन, कृषि वैज्ञानिक आनंदरामकृष्णन, परमाणु ऊर्जाविद् आवेश कुमार त्यागी, जीव वैज्ञानिक प्रोफेसर उमेश वार्ष्णेय और प्रोफेसर जयंत भालचंद्र उद्गांवकर, पृथ्वी वैज्ञानिक प्रोफेसर सईद वजीह अहमद नकवी, इंजीनियरिंग वैज्ञानिक प्रोफेसर भीम सिंह, गणित एवं कंप्यूटर वैज्ञानिक प्रोफेसर आदिमूर्ति और प्रोफेसर राहुल मुखर्जी, दवा वैज्ञानिक डॉक्टर संजय बेहारी, भौतिकविद् प्रोफेसर लक्ष्मणन मुत्थुस्वामी और प्रोफेसर नब कुमार मंडल और तकनीक व नवाचार के क्षेत्र में प्रोफेसर रोहित श्रीवास्तव को विज्ञान श्री अवॉर्ड दिया जाएगा।
इन्हें मिलेगा विज्ञान युवा पुरस्कार
कृषि वैज्ञानिक कृष्ण मूर्ति एस एल और स्वरूप कुमार पारिदा, जीव वैज्ञानिक राधाकृष्णन महालक्ष्मी और प्रोफेसर अरविंद पेनमात्सा, रसायनविद् विवेक पोल्शेत्तिवर और विशाल राय, पृथ्वी वैज्ञानिक कॉक्सी मैथ्यू कोल, इंजीनियरिंग वैज्ञानिक अभिलाष और राधा कृष्ण गंति, पर्यावरण वैज्ञानिक पूरबी सैकिया और बप्पी पॉल, गणित और कंप्यूटर वैज्ञानिक महेश रमेश काकडे, दवा के क्षेत्र में जितेंद्र कुमार साहू और प्रज्ञ ध्रुव यादव, भौतिकविद् उर्बसी सिन्हा, अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में दिगेंद्रनाथ स्वैन और तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में प्रभु राजगोपाल को विज्ञान युवा पुरस्कार दिया जाएगा।
विज्ञान रत्न (वीआर): पूरे जीवनकाल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने वाले विशिष्ट व्यकेतियों को यह पुरस्कार दिया जाता है। इस श्रेणी में अधिकतम तीन पुरस्कार दिए जाते हैं।
विज्ञान श्री (वीएस) : विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को यह सम्मान दिया जाता है। इस श्रेणी में अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
विज्ञान युवा : शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी) पुरस्कार: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाले युवा वैज्ञानिकों को यह सम्मान दिया जाता है। इस श्रेणी में अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
विज्ञान टीम (वीटी) पुरस्कार : तीन या अधिक वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की उस टीम को यह सम्मान दिया जाता है, जिसने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो। इस श्रेणी में तीन पुरस्कार दिए जाते हैं। 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर ये पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।