ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। आईआईटी मद्रास ने कोरोना काल यानी जून 2020 में दुनिया में पहली बार चार वर्षीय ऑनलाइन बीएस डेटा साइंस डिग्री लॉन्च की थी। इसमें किसी भी आयु वर्ग के उम्मीदवार घर बैठे, नौकरी, कामकाज के साथ-साथ आईआईटी से बीएस डेटा साइंस में दाखिला लेकर अपनी पढ़ाई को पूरा और नॉलेज स्किल को बढ़ा सकते हैं। इस पढ़ाई के कारण ढाई हजार से अधिक युवाओं को नौकरी और प्रमोशन में लाभ मिला है।
डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, गृहिणी, सीनियर सिटीजन लाभार्थी
इस डिग्री का डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, गृहिणी, सीनियर सिटीजन, टीचर, एथलीट, कथावाचक से लेकर अन्य क्षेत्रों के करीब 27 हजार से अधिक दिग्गजों ने लाभ उठाया है। खास बात यह है कि भारत की सबसे कम उम्र की आयरनवूमैन एथलीट रेनी नोरोन्हा (18) भी मई में परीक्षा देंगी। वहीं, विश्व के किसी भी कोने में परीक्षा देने की सुविधा के कारण ही दुनियाभर में हरिकथा की प्रस्तुति के लिए जानी जाने वाली आराधना आनंद (21) भी इस डिग्री प्रोग्राम की पढ़ाई कर रही हैं। आईआईटी से पढ़ाई करना हर किसी का सपना होता है, लेकिन दुनिया की सबसे कठिन मानी जाने वाली जेईई एडवांस की परीक्षा सफल करना हर किसी के लिए संभव नहीं था। इसीलिए आम उम्मीदवारों के सपने को सच करने के लिए आईआईटी इस कोर्स के साथ आगे आया था।
कहीं से भी परीक्षा देने की सुविधा
इस चार वर्षीय डिग्री में दुनिया भ्रमण के दौरान कहीं से भी परीक्षा देने की सुविधा दी है।
आर्थिक तंगी बाधा नहीं, 3645 की फीस माफ
बीएस डेटा साइंस एंड एप्लीकेशन के प्रोफेसर इंचार्ज विग्नेश मुथुविजयन ने बताया कि सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 3645 से अधिक उम्मीदवारों को मुफ्त में पढ़ाई का मौका मिला है।
बेटियों को उच्च शिक्षा से जोड़ने के लिए विशेष सुविधा दी गई है। जिनके परिवार की सालाना आय पांच लाख रुपये से कम थी, ऐसी बेटियों की सारी फीस माफ थी।