ब्लिट्ज विशेष
नई दिल्ली। भारतीय सेना की स्काई डाइविंग टीम की एक महिला सैनिक ने नया इतिहास रच दिया है। इंडियन आर्मी की महिला सैनिक लांस नायक मंजू ने असम के मिसामारी के पास ड्रॉपज़ोन में 10,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर एक खास उपलब्धि अपने नाम कर ली। वह इंडियन आर्मी की पहली महिला स्काई डाइवर बन गई हैं। लांस नायक मंजू की यह खास उपलब्धि भारतीय सेना को जॉइन करने का सपना देख रही लड़कियों को निश्चित तौर पर प्रेरित करेगी। उन्होंने 14 नवंबर को एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव से छलांग लगाई। पूर्वी कमान ने इस उपलब्धि का वीडियो भी जारी किया है।
– 10 हजार फीट की ऊंचाई से लगाई छलांग
‘मेहनत करने पर सपने जरूर पूरे होते हैं’
‘यदि कोई किसी चीज को बहुत शिद्दत से चाहता है और इसके लिए कड़ी मेहनत करने को तैयार है और इसके लिए पूरी कोशिश करता है तो वह जरूर सफल होगा। उसकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि वह अपने सपनों को कितनी शिद्दत से हकीकत में बदलना चाहता है। मैं नई महिला रिक्रूट्स और भविष्य के मिलिट्री इंस्ट्रक्टर्स को अपने काम में सफल होने और हमारे देश की सर्वोत्तम तरीके से सेवा करने की शुभकामना देती हूं।’ लांस नायक मंजू ने 14 दिसंबर 2019 को इंडियन आर्मी जॉइन की थी।
ये लाइन सेना की महिला जवान लांस नायक मंजू की हैं जिन्होंने अभी हाल ही में एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित करते हुए भारतीय सेना का सिर ऊंचा कर दिया है। इसी के साथ वो भारतीय सेना की पहली महिला सैनिक स्काई डाइवर बन चुकी हैं।
हरियाणा के जींद जिले की रहने वाली हैं मंजू
मंजू को उनके साथी सैनिक एक ऐसी ‘पूर्ण योद्धा’ बताते हैं जो अपने रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहती हैं। मंजू के पिता एक किसान हैं और उनका जन्म और पालन-पोषण हरियाणा के जींद जिले में आने वाले नरवाना के धमटन साहिब में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा धमटन साहिब में पूरी की और उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए बैंगलोर का रुख किया था। मिलिटरी पुलिस के सिपाही के रूप में उनकी ट्रेनिंग 15 जनवरी 2019 को उस वक्त शुरू हुई जब वह भारतीय सेना की 51 सब एरिया प्रोवोस्ट यूनिट में शामिल हुईं।
61 हफ्ते की ट्रेनिंग के बाद असम में हुई थी तैनाती
बेंगलुरू के सीएमपी सेंटर एंड स्कूल में 61 हफ्ते की ट्रेनिंग के बाद मंजू को असम में तैनात किया गया। वहां उन्होंने एक सैन्य पुलिस के रूप में अपनी ड्यूटी शुरू की थी। उनका पहला कार्यभार गोलपारा में था जहां उन्हें सैन्य इकाइयों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने का काम सौंपा गया था।
10 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगा कर भारतीय सेना के पूर्वी कमान की लांस नायक मंजू अपनी कामयाबी पर काफी खुश हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अब महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। मंजू भारतीय सेना की पहली महिला सोल्जर स्काई डाइवर बनकर दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी हैं।