ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर व अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा लखनऊ के दौरे पर हैं। वह लोकबंधु अस्पताल पहुंचीं और इसके बाद डफरिन अस्पताल गईं। 7 नवंबर को उन्होंने सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा किया और बच्चों से मुलाकात की। शाम को वह 1090 पहुंचीं और महिला कॉलटेकर्स के साथ समय गुजारा।
सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर उनकी एक झलक पाने के लिए भीड़ लगी रही। दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन प्रियंका चोपड़ा औरंगाबाद के बेसिक स्कूल पहुंचीं। उन्होंने बच्चों के बीच जमीन पर बैठकर नुक्कड़ नाटक ‘चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो’ देखा। इसमें बच्चों ने छेड़छाड़, महिला उत्पीड़न, सामाजिक हिंसा आदि के खिलाफ आवाज बुलंद करने का संदेश दिया।
प्रियंका ने बच्चों से आईबीटी यानी इंट्रोडक्शन टू बेसिक टेक्नोलॉजी के तहत नवाचारों के बारे में पूछा। छात्रा ममता ने दृष्टिहीनों के लिए तैयार विशेष जूतों के बारे में बताया जिसे प्रियंका ने सराहा। अलिशा ने अपनी सोलर कार के बारे में जानकारी दी।
बच्चों ने ब्लड ग्रुप की जांच प्रक्रिया के साथ साधारण तरीके से पानी साफ करने का भी डेमो दिया। इस पर प्रियंका ने कहा कि मुझे खुशी है कि तकनीक दूर-दराज के गांवों तक पहुंच रही है। आज लड़के किचन का काम देख रहे हैं तो लड़कियां तकनीकी रूप से एक्सपर्ट हो रही हैं।
यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर प्रियंका मोहनलालगंज के लालपुर आंगनबाड़ी केंद्र भी पहुंचीं। यहां बच्चों का वजन कराने के साथ लंबाई नपवाई। बच्चों में पोषण का स्तर जानने के साथ गांव की महिला आरती से पूछा कि बच्चों को क्या खिलाया जाता है, उन्हें पोषाहार मिलता है या नहीं। बच्चों ने उन्हें बताया कि पोषाहार मिलता है। आंगनबाड़ी केंद्र में कुल 11 बच्चे मौजूद रहे। चलते समय प्रियंका चोपड़ा ने कार का शीशा खोलकर सबको बॉय बॉय बोला तो वे खुशी से झूम उठे।