• About
  • Advertise
  • Careers
  • Contact
Saturday, April 1, 2023
No Result
View All Result
  • Login
  • Register
Welcome To Blitz India Media
  • देश
  • उत्तर प्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय
  • चुनाव विशेष
  • स्टेट-नेशनल
  • महिला-खेल
  • डाउनलोड
  • अंग्रेजी
  • संपर्क
  • देश
  • उत्तर प्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय
  • चुनाव विशेष
  • स्टेट-नेशनल
  • महिला-खेल
  • डाउनलोड
  • अंग्रेजी
  • संपर्क
No Result
View All Result
Welcome To Blitz India Media
No Result
View All Result
Home दृष्टिकोण

नए साल का सूरज और चमकाएगा भारत की सूरत

Blitzindiamedia by Blitzindiamedia
December 23, 2022
in दृष्टिकोण, ब्लिट्ज इंडिया मीडिया
0
नए साल का सूरज और चमकाएगा भारत की सूरत
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नया साल यानी 2023 अब आ ही गया है। नए साल से सभी को जीवन में नई उम्मीदें बंधती हैं। फिर चाहे वह देश हो या देश के नागरिक। यदि कोई देश तरक्की करता है तो उसके देश के नागरिक भी विकास की नई-नई ऊंचाइयां छूते हैं। अब बात जब भारत की आती है तो हम सभी के लिए कुछ खास हो जाती है। आज सिर्फ भारतवासी ही नहीं बल्कि दुनिया भी नरेंद्र मोदी सरकार की ओर निहार रही है। वैश्विक स्तर पर भारत ने जिस तरह से अपनी अहमियत को स्थापित किया है, पूरी दुनिया उसकी कायल होती जा रही है। कहीं न कहीं समूचा विश्व आज दो धड़ों में बंटता नजर आ रहा है।

एकतरफ पश्चिमी, यूरोपीय देश व भारत हैं जो विकास की बात करते हैं। आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, खाद्य संकट, गरीबी और बरोजगारी जैसी समस्याओं के समाधान तलाश रहे हैं तो दूसरी ओर चीन और उसके तथाकथित समर्थक देश हैं जो कहीं न कहीं इन प्रयासों में अड़चनें पैदा कर रहे हैं।
चीन के प्रति पश्चिमी देशों में बढ़ते विरोध के साथ इन दिनों भारत के आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने को लेकर भी देश के अंदर और वैश्विक मीडिया के एक हिस्से में भी खासा शोर सुनाई पड़ रहा है। अमेरिका की प्रभावशाली पत्रिका फॉरेन अफेयर्स में कहा गया है कि भारत के आर्थिक शक्ति के रूप में उदय की संभावनाएं वास्तविक हैं। सरकार ने उद्यम को बढ़ाने के लिए जो नीतियां घोषित की हैं उन्हें और बेहतर करने की दिशा में सरकार को कदम बढ़ाने होंगे। मसलन, भारत सरकार ने परफॉर्मेंस रिलेटेड इन्सेंटिव्स तो शुरू किया है पर उत्पादन के लिए जरूरी इनपुट के आयात की स्थितियों को और अनुकूल बनाना होगा ताकि भारत में प्राइवेट निवेश का स्तर लगातार ऊंचा बना रहे।

Related posts

जल चुनौतियों के समाधान की ओर बढ़ रहा भारत

टीबी उन्मूलन में भी वसुधैव कुटुंबकम् का धर्म निभाएंगे पीएम नरेंद्र मोदी

March 31, 2023
मेंटल हेल्थ बिगाड़ रहा फेसबुक अमेरिका में मुकदमा दायर

मेंटल हेल्थ बिगाड़ रहा फेसबुक अमेरिका में मुकदमा दायर

March 31, 2023
कुल मिला कर ‘वसुधैव कुटुंबकम ्’ के मंत्र में विश्वास रखने वाले भारत के पास वर्तमान में वैश्विक समर्थन का आज मजबूत आधार है और इसमें कोई संदेह नहीं कि साल 2023 और आने वाला समय भारत का है।

इस बीच दुनिया में डी-डॉलराइजेशन (बिना अमेरिकी डॉलर का इस्तेमाल किए अंतरराष्ट्रीय कारोबार को संपन्न करना) की आगे बढ़ रही प्रक्रिया के बीच यह खबर उत्साहवर्धक है कि अनेक देश अब भारतीय रुपये में भुगतान में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। बताया जाता है कि दुनिया के कई देशों ने इस संबंध में भारत से संपर्क किया है। उनमें ताजिकिस्तान, क्यूबा, लग्जमबर्ग और सूडान आदि शामिल हैं। इन देशों ने भारत से यह जानने के लिए बातचीत शुरू की है कि वह डॉलर या दूसरी बड़ी मुद्राओं को छोड़ भारतीय मुद्रा में अंतरराष्ट्रीय लेनदेन कैसे कर रहा है। जब यूक्रेन युद्ध शुरू होने पर रूस पर वित्तीय प्रतिबंध लगे थे, तब रूस और भारत ने इस प्रक्रिया से ही कारोबार शुरू किया था। भारतीय रिजर्व बैंक ने जुलाई में यह प्रक्रिया शुरू की थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि अब भारत सरकार ऐसे देशों को भी इस प्रक्रिया के तहत लाने की कोशिश कर रही है, जिनके पास डॉलर यानी अमेरिकी मुद्रा की कमी है। उनमें से कम से कम चार देशों ने भारत में रुपये में भुगतान स्वीकार करने के लिए खाता खोलने में दिलचस्पी दिखाई है।

इन खातों को वोस्तरो अकाउंट कहा जाता है। मॉरीशस और श्रीलंका ने भी इस प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखाई है। उनके वोस्तरो खातों को तो रिजर्व बैंक ने मंजूरी भी दे दी है। दस्तावेजों के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक ने 12 वोस्तरो खाते मंजूर किए हैं, जो रूस के साथ रुपये में कारोबार के लिए खोले गए हैं। छह अन्य खाते श्रीलंका और मॉरीशस के लिए हैं। इनमें से श्रीलंका के लिए पांच खाते हैं। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद जिस तरह अमेरिका ने वहां के बैंकों में रखी रूस की विदेशी मुद्रा और सोने को जब्त किया, उससे दुनिया भर के देशों में अमेरिकी मुद्रा और अमेरिकी नेतृत्व वाली भुगतान व्यवस्था को लेकर भरोसा कमजोर पड़ा है। इस वजह से डॉलर में भुगतान घटाने की कोशिश में अनेक देश जुटे हुए हैं। चीन और रूस ने इसमें काफी बढ़त ले ली है। मगर भारत भी इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस दिशा में भारत को बेहिचक आगे बढ़ना चाहिए। इससे भारत के आर्थिक परिदृश्य में उल्लेखनीय परिवर्तन आएगा।

इसके अतिरिक्त भारत जी20 देशों की अध्यक्षता भी हासिल कर चुका है। इसके जरिए वह विश्व के एक बड़े भाग पर अपनी अमिट छाप छोड़ने में सफल हो सकता है। उसके पास विकासशील देशों की आवाज बनने का भी सुनहरा अवसर है। जी7 देशों के गुट में भी भारत के समावेश की संभावनाएं बन रही हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट का भारत प्रबल दावेदार है।

संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत ने एक बार फिर सुरक्षा परिषद में सुधार का मुद्दा जोरशोर से उठाया है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जोर देकर कहा है कि हर गुजरते साल के साथ संयुक्त राष्ट्र में सुधार की जरूरत बढ़ती जा रही है। भारत वर्तमान समय में सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और उसका 2 साल का कार्यकाल इसी महीने समाप्त होने जा रहा है। भारतीय विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई बड़े देशों ने भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने का समर्थन किया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत, जापान, जर्मनी समेत दुनिया के कई बड़े देशों को सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता नहीं मिलने के पीछे चीन समेत कई पेंच फंसे हुए हैं। भारत की सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की दावेदारी का रूस, फ्रांस, ब्रिटेन ने तो खुलकर समर्थन किया है। कुल मिला कर ‘वसुधैव कुटुंबकम ्’ के मंत्र में विश्वास रखने वाले भारत के पास वर्तमान में वैश्विक समर्थन का आज मजबूत आधार है और इसमें कोई संदेह नहीं कि साल 2023 और आने वाला समय भारत का है और पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत नई ऊंचाइयों को छूएगा।

Previous Post

रेबीज रोकने के लिए ‘मिशन विराम’

Next Post

अतुल्य भारत

Next Post
अतुल्य  भारत

अतुल्य भारत

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RECOMMENDED NEWS

हरियाणा में घर जैसा महसूस किया विदेशी मेहमानों ने

हरियाणा में घर जैसा महसूस किया विदेशी मेहमानों ने

2 weeks ago
मिलेट्स की कामयाबी ‘ग्लोबल साउथ’ की खाद्य समस्या का हल : पीएम मोदी

मिलेट्स की कामयाबी ‘ग्लोबल साउथ’ की खाद्य समस्या का हल : पीएम मोदी

1 week ago
अरुणाचल पर चीन का दावा अमेरिका ने किया खारिज

अरुणाचल पर चीन का दावा अमेरिका ने किया खारिज

1 week ago
सबसे छोटा रॉकेट लॉन्च

सबसे छोटा रॉकेट लॉन्च

2 months ago

BROWSE BY CATEGORIES

  • 2022 का विहंगम अवलोकन
  • अंग्रेजी
  • अच्छी पहल
  • अडाणी प्रकरण
  • अंतरिक्ष विज्ञान
  • अर्थ
  • अर्थव्यवस्था
  • इंदौर में 17वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तर प्रदेश-दिल्ली
  • कठघरे मेन बीबीसी
  • खेल
  • खेल-फ़िल्म
  • गणतंत्र दिवस पर विशेष
  • चुनाव विशेष
  • जी20शिखर सममेलन
  • डॉक्यूमेंट्री विवाद
  • दृष्टिकोण
  • देश
  • नया भारत
  • नेशनल
  • पूर्वोत्तर दक्षिण
  • फीफा-2022
  • बजट-2023
  • बदलता रूप
  • यादें
  • यूनेसको इंडिया-अफीका हैकाथॉन
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय अर्थ
  • राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय-अर्थ
  • विज्ञान-खेल
  • संपर्क
  • समाचार
  • स्टेट-नेशनल
  • स्पोर्ट्स

POPULAR NEWS

  • एसआरएम आईएसटी एनसीआर कैंपस में 17 वा दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया।

    एसआरएम आईएसटी एनसीआर कैंपस में 17 वा दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया।

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • हम तोड़ें नहीं, जोड़ें

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • योग को बनाएं जीवन का हिस्सा : पीएम मोदी

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ऋषि सुनक ही नहीं इन 6 देशों में भी ‘भारतवंशियों’ के हाथ में कमान

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • मिशन ‘क्लीन एयर’ के लिए बड़ी पहल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • About
  • Advertise
  • Careers
  • Contact
Call us: +1 234 JEG THEME

© 2022 Blitzindiamedia -BlitzIndia Building A New Nation

No Result
View All Result
  • देश
  • उत्तर प्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय
  • चुनाव विशेष
  • स्टेट-नेशनल
  • महिला-खेल
  • डाउनलोड
  • अंग्रेजी
  • संपर्क

© 2022 Blitzindiamedia -BlitzIndia Building A New Nation

Welcome Back!

Sign In with Facebook
Sign In with Google
OR

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In