आस्था भट्टाचार्य
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने पहली बार पांच महिला अधिकारियों को अपनी आर्टिलरी रेजिमेंट (तोपखाना रेजिमेंट) में शामिल किया है। महिला अधिकारी चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) में अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद रेजिमेंट ऑफ आर्टिलरी में शामिल हो गई हैं। ओटीए चेन्नई में हुई पासिंग आउट परेड में 186 कैंडिडेट शामिल थे। इनमें 29 कैंडिडेट भूटान के नागरिक हैं। पासिंग आउट परेड का रिव्यू बांग्लादेश के सेना प्रमुख सीओएएस जनरल एसएम शफीउद्दीन अहमद ने किया।
तीन को चीन तो दो को पाकिस्तानी सीमा पर तैनाती
सैन्य सूत्रों ने बताया कि रेजिमेंट ऑफ आर्टिलरी में शामिल होने वाली महिला अधिकारियों में लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव और लेफ्टिनेंट पवित्र मुद्गिल शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि पांच महिला अधिकारियों में से तीन को चीन की सीमा पर इकाइयों में तैनात किया गया है और अन्य दो को पाकिस्तान से लगती सीमा के पास चुनौतीपूर्ण स्थानों पर नियुक्त किया गया है।
जनवरी में की गई थी पहल
एक सूत्र ने कहा कि आर्टिलरी रेजिमेंट में महिला अधिकारियों की कमीशनिंग भारतीय सेना में चल रहे बदलाव के दौर का बड़ा प्रमाण है। जनवरी 2023 में ही थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने आर्टिलरी इकाइयों में महिला अधिकारियों को नियुक्त करने के निर्णय की घोषणा की। बाद में इस प्रस्ताव को सरकार ने मंजूरी दे दी थी। इसके बाद भारतीय सेना ने पहली बार अपनी तोपखाना (आर्टिलरी) रेजीमेंट में पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया है।
गलवान में शहीद जवान की पत्नी सेना में शामिल, लद्दाख में तैनात
नई दिल्ली। गलवान घाटी में 2020 में हुई झड़पों में शहीद नायक दीपक सिंह की पत्नी रेखा सिंह को लेफ्टिनेंट के तौर पर भारतीय सेना में शामिल किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक अग्रिम अड्डे पर तैनात किया गया है। लेफ्टिनेंट सिंह ने चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में एक साल का अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया। नायक दीपक सिंह बिहार रेजीमेंट की 16वीं बटालियन से थे और उन्हें 2021 में मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया।
सेना ने ट्वीट किया, ‘‘शहीद नायक (नर्सिंग सहायक) दीपक सिंह की पत्नी महिला कैडेट रेखा सिंह ओटीए से अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद भारतीय सेना में शामिल हुईं।’’ उसने बताया कि नायक दीपक सिंह ने गलवान घाटी में हुई झड़पों में सर्वोच्च बलिदान दिया था।