ब्लिट्ज ब्यूरो
ऐसा पहली बार नहीं है जब मोदी सरकार की कूटनीति को जीत मिली हो। कतर मामले के अलावा भी सरकार ने अपने कार्यकाल में कई रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए भारतीय नागरिकों को सकुशल स्वदेश पहुंचाया है। बीते नौ सालों में विदेश मंत्रालय ने कई अभियानों के तहत युद्धग्रस्त देशों से हजारों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। मोदी सरकार में दूसरे मुल्कों से न केवल भारतीय सुरक्षित स्वदेश लौटे, बल्कि इन ऑपरेशन के तहत दूसरे देशों के लोगों को भी भारत ने सकुशल उनके घर पहुंचाया।
ऑपरेशन अजय 2023
हाल ही में इस्राइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध के बीच अलग-अलग देशों ने अपने नागरिकों को वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन चलाए हैं। भारत ने भी वहां से अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन अजय चलाया।
ऑपरेशन कावेरी 2023
मई 2023 में ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से 3,800 से अधिक भारतीयों की वतन वापसी करवाई। ऑपरेशन में भारतीय नौसेना और वायुसेना की मदद ली गई।
ऑपरेशन गंगा 2022
यूक्रेन-रूस में छिड़ी जंग के बीच मोदी सरकार ने ऑपरेशन गंगा के तहत एयर इंडिया की मदद से 22,500 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित निकाला।
ऑपरेशन देवी शक्ति 2021
साल 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा कर लिया था। इसके बाद भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ के जरिए अफगानिस्तान से लगभग 1,200 लोगों को सकुशल बाहर निकाला। इन लोगों में हिंदू/सिख अल्पसंख्यकों के अलावा 206 अफगान भी शामिल थे। बता दें कि पीएम मोदी खुद इस अभियान पर पैनी नजर बनाए हुए थे।
ऑपरेशन राहत 2015
इससे पहले 2015 में जब यमन में सरकार और हूती विद्रोहियों के बीच जंग छिड़ी थी, तब भी मोदी सरकार ने ऑपरेशन राहत के तहत यमन से लगभग 5,600 लोगों को निकाला था।
अभिनंदन वर्धमान रेस्क्यू 2019
फरवरी 2019 में विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16 लड़ाकू विमान को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद उनकी पाकिस्तान में ही क्रैश लैंडिंग हो गई थी तब भारत सरकार के कड़े एक्शन के खौफ के चलते पाकिस्तान ने विंग कमांडर को सुरक्षित वाघा बॉर्डर से भारत भेजा था।
ऑपरेशन वंदे भारत 2020
कोरोना महामारी के दौरान तमाम देशों में वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध के बाद दूसरे देशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन वंदे भारत चलाया था। यह सबसे बड़ा अभियान है।
ऑपरेशन समुद्र सेतु 2020
इस नौसैनिक अभियान को कोरोना महामारी के दौरान ही 55 दिनों तक चलाया गया था। तब 3,992 भारतीय नागरिकों को समुद्र के रास्ते देश वापस लाया गया था।
ऑपरेशन मैत्री 2015
अप्रैल 2015 में नेपाल में आए भीषण भूकंप के बाद भारत सरकार ने नेपाल में एक बचाव और राहत अभियान चलाया था। इस अभियान के तहत 5,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को नेपाल से स्वदेश लाया गया था।
भारत के अन्य रेस्क्यू ऑपरेशन
कुवैत एयरलिफ्ट 1990
इस ऑपरेशन के दौरान कुवैत से 1 लाख 77 हजार से ज्यादा भारतीयों को हिंदुस्तान वापस लाया गया था। उस समय इस अभियान का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज किया गया।
ये मिशन भी चलाए गए – ऑपरेशन एमनेस्टी एयरलिफ्ट 1996, ऑपरेशन सुकून 2006, ऑपरेशन सेफ होमकमिंग 2011, ब्रसेल्स से निकासी, 2016.

















