ब्लिट्ज ब्यूरो
हिरोशिमा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 बैठक के अतिथि के तौर पर अपने वैश्विक कूटनीतिक मिशन की शुरुआत जापान के अखबारों को साक्षात्कार देने से की। इसमें जी20 के महत्व, आतंकवाद, पड़ोसी देशों की नापाक हरकतों, एलएसी पर तनाव पैदा करने वालों व अनेक वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए। जापानी अखबार ‘निक्केई एशिया’ को साक्षात्कार में उन्होंने आतंकवाद के ठेकेदार पाकिस्तान व सीमा एलएसी पर लगातार तनाव पैदा करने वाले
चीन को ये नसीहतें, चेतावनियां दीं-
– अपनी संप्रभुता व गरिमा की रक्षा हर स्तर पर।
– भारत-चीन संबंधों का भविष्य केवल आपसी सम्मान, पारस्परिक संवेदनशीलता और पारस्परिक हितों पर आधारित हो सकता है।
– पड़ोसी देशों के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमा पर शांति आवश्यक।
– विवादों का शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए।
जापानी अखबार ‘योमिउरी शिंबुन’ के साथ साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा-
– जी20 अध्यक्ष होने के नाते जी7 में भारत की भागीदारी महत्वपूर्ण।
– ‘ग्लोबल साउथ’ की चुनौतियों को हल करना हमारी प्रतिबद्धता।
– जी7 और जी20 शिखर सम्मेलन वैश्विक सहयोग के लिए महत्वपूर्ण मंच हैं।
– जी20 अध्यक्ष के रूप में हिरोशिमा में जी 7 शिखर सम्मेलन में वैश्विक दक्षिण के दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं का प्रतिनिधित्व मेरी प्राथमिकता व प्रतिबद्धता है।
– अपनी संप्रभुता व गरिमा की रक्षा हर स्तर पर।
– भारत-चीन संबंधों का भविष्य केवल आपसी सम्मान, पारस्परिक संवेदनशीलता और पारस्परिक हितों पर आधारित हो सकता है।
– पड़ोसी देशों के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमा पर शांति आवश्यक।
– विवादों का शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए।
जापानी अखबार ‘योमिउरी शिंबुन’ के साथ साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा-
– जी20 अध्यक्ष होने के नाते जी7 में भारत की भागीदारी महत्वपूर्ण।
– ‘ग्लोबल साउथ’ की चुनौतियों को हल करना हमारी प्रतिबद्धता।
– जी7 और जी20 शिखर सम्मेलन वैश्विक सहयोग के लिए महत्वपूर्ण मंच हैं।
– जी20 अध्यक्ष के रूप में हिरोशिमा में जी 7 शिखर सम्मेलन में वैश्विक दक्षिण के दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं का प्रतिनिधित्व मेरी प्राथमिकता व प्रतिबद्धता है।