ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के भारतवंशी उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए प्रशांत क्षेत्र में चीन को रोकने में भारत की भूमिका की सराहना की है। जब रामास्वामी से पूछा गया कि क्या उनका पीएम मोदी से कोई संबंध है तो उन्होंने कहा, मैं उन्हें (पीएम मोदी को) अभी तक नहीं जानता। वह यूएस कांग्रेस में अपने संयुक्त सत्र के लिए आए थे, तो मैं वहीं रुक गया। मैं वहां अतिथि के तौर पर था और उन्हें सुनने के लिए वहां रुक गया। एक नेता के तौर पर मैं उनसे काफी ज्यादा प्रभावित हुआ।
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत को थोड़ा आगे बढ़ना होगा। चीन पर रामास्वामी ने कहा, ‘भारत का अमेरिका के लिए एक विश्वसनीय साथी बनना चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए चिंताजनक है। उन्होंने चीन-ताइवान संघर्ष पर बात करते हुए कहा कि ताइवान के साथ संघर्ष के बीच लोग एक बात भूल गए हैं और वो है हिंद महासागर। यह वो जगह है जहां से चीन में तेल की आपूर्ति की जाती है। अगर भारत अमेरिका का एक विश्वसनीय साथी है तो यह बात शी जिनपिंग के लिए एक बाधा बन सकती है। मुझे ऐसा लगता है कि मेरे पास स्पष्ट दृष्टिकोण है कि चीन को ताइवान के पीछे जाने से कैसे रोका जा सकता है। विदेश नीतियों के तौर पर यह राष्ट्रपति द्वारा किए जाने वाले महत्वपूर्ण कामों से एक होगा।’
उन्होंने कहा, ‘मैं उस बात को त्यागना चाहता हूं जिसमें कहा जाता है कि विश्व में जो भी होता है उसमें अमेरिका मध्यस्थता का काम करता है। एक राष्ट्रपति के तौर पर मेरा ध्यान अमेरिका के नागरिकों का ध्यान रखना है।’ उन्होंने कहा कि वह शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन जैसे नेताओं के साथ निपटने के लिए तैयार है। रूस-यूक्रेन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, इस संघर्ष में अमेरिका यूक्रेन के समर्थन में है। इस युद्ध को खत्म करने के लिए रूस को चीन के साथ अपने सैन्य गठबंधन से बाहर निकलना होगा।