ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। उड़िया के सबसे बड़े प्रवासी संगठन, प्रवासी उड़िया विकास समिति (पीओवीएस) ने उड़िया नव वर्ष और महा विश्व संक्रांति हर्षोल्लास के साथ मनाई। यह कार्यक्रम दिल्ली के विश्व युवक केंद्र में आयोजित किया गया था।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यसभा सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा ने ‘सकारात्मक समाचार’ को स्वीकार करने के लिए ‘सकारात्मक मस्तिष्क’ की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रोफेसर सिन्हा ने संविधान निर्माण के दौरान हुए वाद – विवाद की सराहना करते हुए समझाया कि कैसे लोकनाथ मिश्रा, जो उस समय संविधान प्रारूप समिति के सदस्य थे, ने धर्मनिरपेक्षता पर तर्क- वितर्क दिए थे। प्रोफेसर सिन्हा ने कहा कि वर्तमान टेलीविजन चर्चाएं एक-दूसरे पर उग्र आक्षेप के अतिरिक्त और कुछ नहीं हैं। इन बहसों ने टेलीविजन चर्चाओं के मानकों का अत्यधिक क्षय किया है।
– उड़िया प्रवासियों ने उल्लास के साथ उड़िया नव वर्ष और महाविश्व संक्रांति मनाई
सोशल मीडिया के विषय पर प्रोफेसर सिन्हा ने सलाह दी कि उपयोगकर्ताओं को प्रौद्योगिकी का दास नहीं बनना चाहिए। इसके स्थान पर उन्हें सोशल मीडिया रुझानों का राष्ट्र के विकास के लिए उचित उपयोग करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रवासी उड़िया विकास समिति (पीओवीएस) के अध्यक्ष सूर्य नारायण मिश्रा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे अल्पसंख्यक वर्ग के नाम पर देश में हिंदू धर्म की आस्था और विश्वास को क्षीण किया जा रहा है और कैसे शरारती तत्व देश की निंदा करने से भी नहीं हिचकिचाते। उन्होंने भारत की सभ्यता, साहित्य, भाषा, संस्कृति और विरासत के संरक्षण की अपील की। मिश्रा ने जोर देकर कहा कि नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और लोकतंत्र के लिए सक्रिय योगदान देना चाहिए।
कार्यक्रम में ‘देश की संवृद्धि और उत्थान में सकारात्मक समाचारों का प्रभाव’ विषय पर भी गहन चर्चा हुई। सत्र में बोलते हुए, पीटीआई वीडियो सर्विसेज के संपादक राजेश सुंदरम ने फर्जी खबरों और डीप फेक के खतरे के बारे में चर्चा की।
सत्र का संचालन करते हुए आईआईएम, लखनऊ के प्रोफेसर सत्य भूषण दास ने देश को आगे बढ़ाने के लिए सकारात्मक समाचारों की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि मीडिया को सही समाचार प्रसारित करने का उत्तरदायित्व निभाना चाहिए।
पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. अजीत ठक्क र और ब्लिट्ज़ इंडिया के सीईओ संदीप सक्सेना ने राष्ट्र के विकास और उन्नयन पर सकारात्मक समाचारों के प्रभाव के बारे में अपने विचार साझा किए। आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड के वरिष्ठ निदेशक जयंत रंगनाथन ने बताया कि भारत की विकास दर अब तक की सबसे ऊंची है। उन्होंने आगामी शताब्दी में देश के लिए आर्थिक अवसरों के बारे में चर्चा की।
पीओवीएस महासचिव बिजया नबामी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उड़िया प्रवासी लोग शामिल हुए। आयोजन का समापन भव्य सांस्कृतिक उत्सव के साथ हुआ जिसमें अनेक कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। आईआईएम लखनऊ की छात्रा मधुरिमा ने पण संक्रांति पर शानदार चित्र प्रस्तुत किया।