संदीप सक्सेना
नई दिल्ली। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रिटेल स्टोर्स पर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई के जरिए ट्रांजेक्शन में एक साल में 118 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, इसके वैल्यू यानी ट्रांजेक्शन की गई अमाउंट की बात करें तो इसमें भी 106 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
मोबाइल पॉइंट ऑफ सेल (एमपीओएस) पर भी लेन-देन में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। फिनटेक फर्म पे-नियरबाय की ओर से ‘रिटेल-ओ-नॉमिक्स’ (रिटेलोनॉमिक्स) नाम की एक स्टडी में इन आंकड़ों की जानकारी दी गई है। सभी तरह के डिजिटल सर्विसेज में बढ़ा है ट्रांजेक्शन।
पे-नियरबाय ने यह सर्वे-बेस्ड रिसर्च करीब 10 लाख दुकानों पर इस साल जनवरी से नवंबर के बीच के ट्रांजेक्शन के रिकॉर्ड के आधार पर की है। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रांजेक्शन का यह आंकड़ा केवल बैंकिंग और फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन तक ही सीमित नहीं है।
इसमें दूसरी डिजिटल सर्विसेज जैसे यूटिलिटी पेमेंट, कैश कलेक्शन, क्रेडिट, इंश्योरेंस, असिस्टेड कॉमर्स और दूसरे तरह के सभी ट्रांजेक्शन शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि डिजिटल पेमेंट को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है। केवल दिसंबर में टोटल ट्रांजेक्शन 11 लाख करोड़ की हुई।
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई ) के आंकड़ों के मुताबिक इस साल 1 से 18 दिसंबर तक टोटल 7030.51 मिलियन (करीब 703 करोड़) के ट्रांजेक्शन किए जा चुके हैं। वहीं इन ट्रांजेक्शन के जरिए लेन-देन की गई राशि करीब 11 लाख करोड़ रुपये रही है। नवंबर में 17.40 लाख करोड़ वैल्यू के ट्रांजेक्शन हुए।
महीना | यूपीआई ट्रांजेक्शन की संख्या (करोड़ में) | ट्रांजेक्शन वैल्यू (लाख करोड़ में) |
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जनवरी | 803 | 12.99 |
फरवरी | 753 | 12.36 |
मार्च | 865 | 14.05 |
अप्रैल | 886 | 14.16 |
मई | 942 | 14.89 |
जून | 934 | 14.75 |
जुलाई | 996 | 15.34 |
अगस्त | 1,024 | 15.18 |
सितंबर | 1,055 | 15.79 |
अक्टूबर | 1,141 | 17.16 |
नवंबर | 1,123 | 17.40 |
दिसंबर | 703 | 11.00 ऐसी रही इस ट्रांजेक्शन की तस्वीर |