मनोज जैन
नई दिल्ली। आईजीआई के रास्ते विदेश एयरपोर्ट के आने-जाने वाले यात्रियों को अब इमिग्रेशन की लंबी लाइन में नहीं लगना होगा। केन्द्र सरकार के सहयोग से आईजीआई देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट बन गया है, जहां पर फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन- ट्रस्टेड ट्रेवलर प्रोग्राम (एफटीआई- टीटीपी) की शुरुआत हुई है। इसमें पंजीकरण कराने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन की लंबी लाइन में नहीं लगना होगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर आयोजित कार्यक्रम में इस सुविधा का उद्घाटन किया। केन्द्र सरकार लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए यह सुविधा शुरू करना चाहती थी। इससे विदेश आने-जाने वाले यात्रियों का न केवल समय बचेगा, बल्कि सुरक्षा भी बढ़ेगी। भारतीय मूल के विदेशी नागरिक भी अपना पंजीकरण करवा इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
एयरपोर्ट पर अभी ऐसे आठ काउंटर बनाए गए हैं, जिनमें चार जाने और चार आने वाले यात्रियों के लिए हैं। इसका पंजीकरण कराने वाले यात्री के पासपोर्ट में कम से कम छह माह की वैधता बची होनी चाहिए।
इसमें मौजूद फॉर्म पर सभी जानकारी भरने के साथ यात्री को अपने फिंगरप्रिंट देने होंगे और उसका चेहरा भी इसके रिकार्ड में दर्ज होगा। सत्यापन एवं पात्रता के आधार पर यात्री का पंजीकरण पूरा होगा। हालांकि, पंजीकरण शुरू होने में अभी एक माह का समय लग सकता है। बता दें कि गृह मंत्रालय ने उड्डयन मंत्रालय एवं ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के साथ मिलकर यह सुविधा तैयार की है।
ऐसे पंजीकरण कराएं
– पंजीकरण के लिए वेबसाइट www.ftittp.mha gov.in पर जाकर फॉर्म भरना होगा
– ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन इस जानकारी का सत्यापन करेगा
– सत्यापन करने के बाद यात्री के
– पास ईमेल या मैसेज जाएगा
– मैसेज दिखाकर वह एफआरआरओ के दफ्तर या दिल्ली एयरपोर्ट के काउंटर पर अपने फिंगर प्रिंट और चेहरे का रिकार्ड दर्ज करा सकेंगे
ऐसी होगी प्रक्रिया
– •विदेश जाने वाले यात्री को वीजा सत्यापन के बाद बोर्डिंग पास काउंटर से लेना होगा
– •बोर्डिंग पास लेकर यात्रियों को इमिग्रेशन क्षेत्र में लगे टीटीपी ई- गेट के पास जाना होगा
•- पहले ई-गेट पर यात्री को अपना पासपोर्ट और बोर्डिंग पास स्कैन करना होगा। इससे वह गेट खुल जाएगा
•- इसके बाद दूसरे ई-गेट पर यात्री का चेहरा स्कैन होते ही गेट खुल जाएगा