ब्लिट्ज ब्यूरो
कुड़तोल (गोवा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में इंडिया एनर्जी वीक 2024 का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में पांच से छह वर्षों में गैस क्षेत्र में 67 अरब डॉलर का निवेश होगा। वह दिन अब दूर नहीं है जब भारत हाइड्रोजन के उत्पादन व निर्यात का केंद्र बन जाएगा। यह सब केंद्र सरकार के नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत मुमकिन होगा।
उन्होंने कहा, दुनियाभर के विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। ऊर्जा क्षेत्र देश के विकास में बेहद अहम है। आज देश में दोपहिया वाहनों और कारों की रिकॉर्ड बिक्री हो रही है। ईवी की मांग भी बढ़ रही है।
भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
प्रधानमंत्री ने कहा ‘इंडिया एनर्जी वीक’ का आयोजन बेहद अहम समय में हो रहा है। इस वित्तीय वर्ष के बीते छह महीनों में भारत की जीडीपी दर 7.5 फीसदी की दर से बढ़ रही है। यह दर वैश्विक अनुमान से भी ज्यादा है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है और हाल ही में आईएमएफ ने अनुमान जताया है कि हम इसी रफ्तार से आगे बढ़ेंगे।’
– सभी को सस्ती ऊर्जा मुहैया कराई जा रही है
बढ़ती ऊर्जा जरूरतों के बीच भारत में सभी को सस्ती ऊर्जा मुहैया करायी जा रही है। भारत ऐसा देश है, जहां कई वैश्विक घटनाओं के बावजूद बीते दो सालों से पेट्रोल और डीजल के दाम कम हुए हैं। इसके अलावा भारत ने 100 प्रतिशत इलेक्टि्रसिटी कवरेज को भी हासिल किया है। करोड़ों घरों को बिजली पहुंचाई जा रही है। भारत 21वीं सदी के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। इस वित्तीय वर्ष में हम इंफ्रास्ट्रक्चर में ही 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।’
सी सर्वाइवल सेंटर का उद्घाटन
पीएम ने ओएनजीसी के सी सर्वाइवल सेंटर का उद्घाटन किया। इसे ग्लोबल स्टैंडर्ड के साथ तैयार किया गया है। यहां हर साल 10-15 हजार कर्मियों को समुद्र में काम करने के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। अपने दौरे पर पीएम मोदी ने गोवा को कुल 1330 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी।
17 ऊर्जा मंत्री शामिल
इंडिया एनर्जी वीक में विभिन्न देशों के 17 ऊर्जा मंत्री भाग ले रहे हैं। इसमें 35 हजार से ज्यादा दर्शकों के आने की संभावना है और 900 से ज्यादा प्रदर्शनी लगाई गई हैं। ‘एनर्जी वीक’ में कनाडा, जर्मनी, नीदरलैंड, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के पैवेलियन भी हैं।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा, तेल और एलपीजी उपभोक्ता है। यह चौथा सबसे बड़ा एलएनजी आयातक और रिफाइनर होने के साथ-साथ चौथा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है। देश की ऊर्जा मांग 2045 तक दोगुनी होने का अनुमान है। – नरेंद्र मोदी, पीएम

















