संजय द्विवेदी
लखनऊ। 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12 बज कर 20 मिनट पर अयोध्या के भव्य राममंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगीे। इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहेंगे। समारोह को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए साकेत निलयम में संघ परिवार की बैठक हुई। इसमें समारोह के अभियान को चार चरणों में बांटकर तैयारियों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
इसका पहला चरण 20 दिसंबर तक चलेगा। इसमें समारोह की कार्ययोजना की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसके लिए छोटी-छोटी संचालन समितियां बनाई जाएंगी। जिला व खंड स्तर पर 10-10 लोगों की टोली बनाने पर सहमति बनी है। टोली में मंदिर आंदोलन के कारसेवकों को भी शामिल किया जाएगा। टोलियां 250 स्थानों पर बैठकें कर समारोह से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की अपील करेंगी। दूसरा चरण एक जनवरी से शुरू होगा। इसमें घर-घर संपर्क योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों में पूजित अक्षत, रामलला के विग्रह का चित्र व एक पत्रक दिया जाएगा।
इसके जरिये लोगों से समारोह के दिन दीपोत्सव मनाने की अपील की जाएगी। 22 जनवरी को तीसरे चरण में रखा गया है। उस दिन पूरे देश में उत्सव हो व घर-घर अनुष्ठान हों, ऐसा माहौल बनाया जाएगा। चौथे चरण में देशभर के भक्तों को रामलला के दर्शन कराने की योजना है।
यह चरण गणतंत्र दिवस से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलेगा। यह अभियान प्रांतवार चलाया जाएगा। अवध प्रांत के कार्यकर्ताओं को 31 जनवरी व 01 फरवरी को दर्शन कराने पर योजना है।
14 कोसी परिक्रमा
रामनगरी की 14 कोसी परिक्रमा 20 नवंबर को रात 2:09 बजे से शुरू होकर 42 किमी का रास्ता तय कर
21 नवंबर की रात 11:38 बजे समाप्त हो गई। इसके लिए सड़कों और चौराहों को दुरुस्त किया गया। धूल न उठे इसके लिए पानी का छिड़काव किया गया। बसों के फेरे बढ़ा दिए गए थे। अस्थायी बस अड्डा भी बनाया गया था। मठ-मंदिर सजाए गए थे।