ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 60244 पदों पर लिखित सिपाही भर्ती परीक्षा 68 जिलों के 1174 केंद्रों पर होगी। यह परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएगी। प्रदेश सरकार इस बार सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क है। सिपाही भर्ती परीक्षा पहली बार केवल सरकारी सरकारी सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में ही परीक्षा कराई जाएगी। 23 अगस्त से 31 अगस्त तक होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में इस बार पेपर की छपाई से लेकर ट्रांसपोर्टेशन तक की कड़ी निगरानी हो रही है। पुलिस, एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड इस बार पेपर लीक को रोकने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
माइक्रोलेवल पर केंद्रों की निगरानी के साथ ही हर उस बिंदु को खंगाला जा रहा है जहां से पेपर लीक होने के एक प्रतिशत भी आशंका है। सूत्रों के मुताबिक भर्ती परीक्षा से जुड़े पेपर छापने, उनके ट्रांसपोर्टेशन, जिनकी सूचना काफी गोपनीय होती है, का काम करने वाली एजेंसियों की निगरानी के लिए विशेष टीम को लगाया गया है। पेपर छापने से ट्रांसपोर्टेशन के काम में लगाए गए लोगों और उनके करीबियों का एक- एक ब्यौरा गोपनीय रूप से खंगाला जा रहा है। पिछली परीक्षा में ट्रांसपोर्टेशन के काम में लगे लोगों के जरिए ही पेपर लीक कराया गया था।
खुफिया इकाइयों से आला अफसरों को यह जानकारी मिली है कि अगर पेपर लीक का मामला सामने आता है तो यह कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हो सकती है। विपक्षी दल भी इस पूरे मामले में सरकार को घेरने के लिए तैयार बैठे हैं।