ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। अगर आप उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए गुड न्यू है। आपको पॉकेट से लाखों रुपये निकलने से बच जाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी में मेडिकल सीट लीविंग बॉन्ड पॉलिसी खत्म करने का फैसला लिया है। ये यूपी से एमबीबीएस, बीडीएस या पीजी मेडिकल कोर्स करने वालों के लिए किसी बड़े बदलाव से कम नहीं, जिसका इंतजार सालों से था।
मोटी रकम जुर्माने के तौर पर देनी पड़ती थी
अब तक अगर आप मेडिकल की सीट छोड़ते, यानी किसी भी कारण से पढ़ाई बीच में छोड़ते तो आपको उस कॉलेज को एक मोटी रकम जुर्माने के तौर पर देनी पड़ती थी जहां से आप पढ़ाई कर रहे होते थे। एमबीबीएस/बीडीएस के लिए यूपी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों में 1 लाख रुपये और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में पूरी फीस देनी पड़ती थी। जबकि पीजी की सीट छोड़ने पर 5 लाख रुपये का जुर्माना था।
….तो रोक बरकरार रहेगी
अब उत्तर प्रदेश सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले छात्रों पर लगाया जाने वाला ये जुर्माना हटा दिया है लेकिन, अगले साल फिर से दाखिला लेने पर रोक बरकरार रहेगी। हालांकि, इस बड़े फैसले के साथ ही मेडिकल सीट लीविंग बांड का नियम खत्म करने वाला यूपी दूसरा राज्य बन गया है। कुछ समय पहले एमपी भी ऐसा कर चुका है। यूपी में एमबीबीएस सीट 2024 में बढ़ने की भी उम्मीद जताई जा रही है।