ब्लिट्ज ब्यूरो
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि का अतिविशिष्ट सिक्योरिटी प्लान तैयार किया गया है। इसमें रामलला के मंदिर को हवाई हमले से बचाने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। शासन ने सिक्योरिटी प्लान को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
मालूम हो कि गर्भगृह तैयार होने के बाद प्राण प्रतिष्ठा होते ही रामलला के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भीड़ यहां पहुंचेगी। तब तक यहां की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की तैयारी है। इसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ श्रीराम जन्मभूमि का सिक्योरिटी प्लान तैयार किया है जिसे शासन की मंजूरी मिल गई है।
सरयू नदी की ओर से सुरक्षा : उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक श्री राम जन्मभूमि की सुरक्षा को लेकर दो बिंदुओं पर खास फोकस है। पहला सरयू नदी की ओर से सुरक्षा क्योंकि मंदिर सरयू के काफी करीब है। वहीं दूसरा बिंदु है हवाई सुरक्षा। इसके लिए आधुनिकतम उपकरण लगाए जाएंगे।
उच्च स्तरीय बैठक : सूत्र बताते हैं कि प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मंडलायुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी नितीश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी मुनिराज सहित अन्य अफसरों के साथ लगभग पौने दो घंटे मंदिर की सुरक्षा को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर बात की। इसमें शासन के प्रमुख अफसर भी शामिल थे। सबसे पहले सुरक्षा संबंधी अति आवश्यक उपकरणों को लगाने पर चर्चा हुई। प्रथम फेज में होने वाले कार्यों को चिन्हित किया गया। धन आवंटन के बाद इनको स्थापित और संचालित करने के लिए अंतिम रूप दिया गया। जनवरी तक सुरक्षा प्लान को लागू कराने की तैयारी है। इसके बाद अन्य उपकरणों के साथ दूसरे काम होंगे। हालांकि सुरक्षा कारणों से सिक्योरिटी प्लान का खुलासा नहीं किया जा रहा है।