मनोज जैन
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के बीच बेहतर कनेक्टिविटी की मौजूदा योजनाओं को पूरा करने के साथ ही विस्तार देने के लिए केंद्रीय बजट में खास ध्यान रखा गया है।
केंद्र सरकार ने बजट में दिल्ली- एनसीआर के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने वाली कोई नई योजना भले ही घोषित नहीं की है, लेकिन पुरानी योजनाओं को रफ्तार देने के लिए नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (एनसीआरटीसी) और मेट्रो योजनाओं को अलग-अलग बजट का आवंटन किया है। इससे दिल्ली से हरियाणा के बीच आवाजाही आसान होगी।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ योजना
केंद्र सरकार का एनसीआरटीसी की दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ योजना को पूरा करने पर जोर है। साथ ही दिल्ली- गुरुग्राम-एसएनबी तक की परियोजना के लिए लगातार दूसरे साल 3596 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। मेरठ से दिल्ली के बीच 82.15 किलोमीटर का कॉरिडोर है। अभी तक इसके एक हिस्से पर परिचालन शुरू हुआ है। इस साल के अंत तक दिल्ली तक परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।
– कनेक्टिविटी और विस्तार, दोनों पर खास ध्यान
बजट आवंटन में एक हजार करोड़ रुपये की बढ़ोतरी
केंद्र सरकार ने देशभर में मेट्रो योजनाओं के विस्तार के लिए बजट के आवंटन में करीब एक हजार करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की है। इसके बाद उम्मीद है कि दिल्ली मेट्रो के विस्तार की मौजूदा योजनाओं को भी रफ्तार मिलेगी। मेट्रो फेज चार में लंबे समय से इंतजार कर रही नरेला-बवाना कॉरीडोर को अब कुंडली तक ले जाने की योजना तेजी से आगे बढ़ेगी।
रेल यात्रियों की सुरक्षा पर खास ध्यान
राजधानी में रेलवे से संबंधित विकास कार्यों एवं सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार ने बजट में 2577 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बजट पेश होने के बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस बार बजट का एक बड़ा हिस्सा विकास कार्यों के साथ सुरक्षा पर खर्च किया जाएगा। राजधानी में नई दिल्ली, बिजवासन, सफदरजंग रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास हो रहा है।अमृत भारत योजना के तहत सब्जी मंडी, दिल्ली कैंट और होलंबी कला स्टेशन का विकास किया जा रहा है।