नई दिल्ली। केंद्र सरकार राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संग्रहालय बनाने की तैयारी कर रही है। इसमें जन स्वास्थ्य से संबंधित मॉडल, नमूनों और अध्ययनों को प्रदर्शित किया जाएगा। लोग यहां बीमारियों और उसके उपचार से संबंधित जानकारियां हासिल कर सकेंगे। अपनी तरह का यह देश का पहला संग्रहालय होगा।
सूत्रों ने बताया, देश समय-समय पर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहा है। ऐसे में इसके जरिये बच्चों, विद्यार्थियों और आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शिक्षित करने की योजना है। देश में रेलवे, मेट्रो, विज्ञान और कला पर राष्ट्रीय संग्रहालय हैं लेकिन स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐसा कोई शीर्ष व उन्नत स्तर का सार्वजनिक संग्रहालय नहीं है, जैसा कि पश्चिमी देशों में देखा जाता है।
कोरोना महामारी के दौर में सरकार को स्वास्थ्य संग्रहालयों के महत्व का एहसास हुआ है। सूत्रों ने कहा, दिल्ली में राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संस्थान मौजूद हैं, जबकि मुंबई में राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान हैं। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तावित संग्रहालय का निर्माण कोलकाता में किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर चर्चा के लिए पिछले सप्ताह पहले दौर की बैठक की थी।
– बीमारियों की उत्पत्ति, इतिहास और इलाज।
– राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम और नीतियों के बारे में जान सकेंगे।
– जानकारियां नमूनों, मॉडल, पैम्फलेट, फ्लिपचार्ट, ऑडियो-विजुअल के माध्यम से दी जाएगी।
– संग्रहालय में आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, स्वच्छता और जल संबंधी जानकारियों के लिए अलग खंड होगा।
– कोलकाता में होगा निर्माण।