ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इस साल 5 जून को मनाए जाने वाले विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान’ पर रखी गई है। वर्ष भर दुनिया के लोगों को जागरूक करने तथा प्लास्टिक प्रदूषण के संकट से निपटने के उपायों पर जोर दिया जायेगा।
छोटा सा अफ्रीकी देश आइवरी कोस्ट (कोटे डी आइवर) नीदरलैंड के साथ साझेदारी करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस का मेजबान देश बना है। इस देश में सभी आधिकारिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
पर्यावरण दिवस मनाने का मनाने का उद्देश्य पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण तथा ग्लोबल वार्मिग व जलवायु परिवर्तन तथा प्रदूषण के खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। संसाधनों का अंधाधुंध दोहन और प्रदूषण पर्यावरण के लिए सबसे बड़े खतरों में शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1972 में स्टॉकहोम सम्मेलन के दौरान 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में घोषित किया। यह पर्यावरण संरक्षण को एक प्रमुख मुद्दा बनाने वाला पहला विश्व सम्मेलन था। यूएनईपी (यूनाइटेड नेशंज एनवायरमेंट प्रोग्राम) की स्थापना उसी वर्ष हुई थी। विश्व पर्यावरण दिवस पहली बार 1973 में मनाया गया था। आज 193 सदस्य राज्य यूएनईपी का हिस्सा हैं और विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करके इस दिन को मनाते हैं।