गुलशन वर्मा
नई दिल्ली। कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड का अगर आप इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके काम की है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की कुछ सेवाओं पर रोक लगाई है। इससे इस कंपनी के शेयर धड़ाम से गिरे हैं, धड़ाधड़ बिकवाली चल रही है। हालांकि कस्टमर को पेटीएम से ट्रांसफर और विड्रॉल की अनुमति होगी। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि पेटीएम के खिलाफ आरबीआई के इस कदम का यूजर्स पर क्या असर पड़ने वाला है। पेटीएम में क्या चलेगा और क्या नहीं चलेगा, यहां हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। पेटीएम के मुताबिक, कंपनी को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से फाइनेंशियल सर्विसेज को लेकर निर्देश मिले हैं। वह इन निर्देशों का पालन करने के लिए तुरंत कदम उठा रही है, जिससे पेटीएम का इस्तेमाल कर रहे ग्राहकों को कोई समस्या न हो।
क्या नहीं चलेगा
आरबीआई के एक्शन से उन यूजर्स को परेशानी हो सकती है जिन्होंने अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट को यूपीआई से लिंक किया है। अगर आपका यूपीआई एड्रेस एसबीआई या आईसीआईसीआई जैसे किसी दूसरे बैंक अकाउंट के साथ लिंक है तो आरबीआई के एक्शन से आप पर कोई असर नहीं होगा। जो दुकानदार अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट में पैसा रिसीव करते हैं, वे पेमेंट रिसीव नहीं कर पाएंगे। पेटीएम फास्टैग यूजर्स को दूसरे इश्यूर से नया टैग खरीदना होगा और अभी जिसका इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे डिएक्टिवेट करना होगा। पेटीएम के जरिए लोन लेने वालों को लगातार रिपेमेंट करते रहना होगा क्योंकि यह लोन थर्ड-पार्टी लेंडर का है, पेटीएम का नहीं।
इन सेवाओं पर नहीं पड़ेगा असर
पेटीएम पर जो बैन लगा है वो पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सर्विसेस पर है, न कि पेटीएम एप पर। इसका मतलब है कि पेटीएम एप के यूजर्स पहले की तरह एप की सर्विसेस का इस्तेमाल कर सकेंगे। पेटीएम के मुताबिक, कंपनी आरबीआई के निर्देशों का पालन करने के लिए तत्काल कदम उठा रही है। कंपनी ने बताया कि इससे यूजर्स के बचत खातों, वॉलेट, फास्टैग और एनसीएमसी खातों में जमा राशि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वहीं कस्टमर यहां पर उपलब्ध अपने बैलेंस का इस्तेमाल कर सकते हैं। बताया गया कि पेटीएम पेमेंट कंपनी के रूप में कई बैंकों के साथ काम कर रही है।
कंपनी का आत्मविश्वास
अब कंपनी अपनी योजनाओं में तेजी लाने के साथ अन्य बैंकों के साथ साझेदारी को आगे बढ़ाएगी। बताया कि अब आगे चलकर कंपनी केवल अन्य बैंकों के साथ काम करेगी, पीपीबीएल के साथ नहीं। कंपनी की बाकी फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे लोन वितरण, बीमा वितरण और इक्विटी ब्रोकिंग, किसी भी तरह से सहयोगी बैंक से संबंधित नहीं हैं और इस दिशा से अप्रभावित रहने की उम्मीद है। पेटीएम क्यूआर, पेटीएम साउंडबॉक्स, पेटीएम कार्ड मशीन जैसी हमारी ऑफ़लाइन व्यापारी भुगतान नेटवर्क पेशकशें हमेशा की तरह जारी रहेंगी।
बैंकों के साथ साझेदारी का विस्तार
कंपनी के मुताबिक, 29 फरवरी, 2024 तक ओसीएल और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड (पीपीएसएल) के नोडल खाते को अन्य बैंकों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसके लिए अन्य बैंकों के साथ साझेदारी करेंगे।
कंपनी के अनुसार, आरबीआई के इस कदम से अनुमान है कि उसके सालाना ईबीआईटीडीए (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) में करीब 300-500 करोड़ रुपये की गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि कंपनी को उम्मीद है कि वह सुधार के लिए अपने पथ पर आगे बढ़ती रहेगी।