संजय द्विवेदी
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के नोएडा में जल्द ही देश की पहली पॉड टैक्सी सर्विस शुरू होने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्टि्रयल अथॉरिटी (यीडा) ने भारत की पहली पॉड टैक्सी के रिवाइज्ड प्रोजेक्ट और बिड को मंजूरी दे दी है। यीडा ने केंद्र सरकार की एजेंसी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईपीआरआरसी) के साथ परामर्श के बाद रिवाइज्ड प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब यमुना अथॉरिटी अपनी रिपोर्ट उत्तरप्रदेश सरकार के पास भेजेगी। मंजूरी मिलने के बाद पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि ये प्रोजेक्ट साल 2024 के अंत तक पूरा हो जाएगा।
810 करोड़ खर्च का अनुमान
इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 810 करोड़ रुपए है। पॉड टैक्सी नोएडा के जेवर एयरपोर्ट को फिल्म सिटी से कनेक्ट करेगी। शुरुआती अनुमान के अनुसार, हर दिन लगभग 37,000 लोग पॉड टैक्सियों के माध्यम से यात्रा कर सकेंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक पॉड में 8 लोग बैठकर और 13 यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे।
14.6 किलोमीटर के रूट में बनेंगे 12 स्टेशन
वर्तमान प्रोजेक्ट के अनुसार पॉड टैक्सी-सर्विस के लिए 14.6 किलोमीटर के रूट में 12 स्टेशन बनेंगे। स्टेशन बनने की लिस्ट में फिल्म सिटी, हैंडीक्राफ्ट पार्क, सेक्टर 29, सेक्टर 32-33, एम एस एमएसएमई पार्क, अपैरल पार्क, टॉय पार्क सहित अन्य जगहें शामिल हैं।
पाॅड टैक्सी में मात्र 8 रुपये प्रति किमी के हिसाब से शुल्क लगेगा। अलग-अलग स्टेशनों के बीच की दूरियों के लिए अलग-अलग शुल्क होंगे। यह सेवा हर दिन 18 घंटे तक ऑपरेशनल रहेगी। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने से पहले यीडा की कमेटी ने कहा था कि जिन देशों में पॉड टैक्सी चल रही है, वहां स्टडी की जाए। इसके फायदे और नुकसान के बारे में पता किया जाए, उसके बाद ही आगे बढ़ा जाए। इसके बाद उन देशों की स्टडी कराई गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर के 18 देशों में पॉड टैक्सी शुरू की गई थी, लेकिन वर्तमान में 5 देशों में चल रही है। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने साल 2011-12 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि लंदन की पॉड टैक्सी सर्विस मुनाफे में चल रही है, जबकि अबू धाबी का ये प्रोजेक्ट घाटे में है।