ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत और चीन के रिश्ते लंबे समय से असहज रहे हैं। गलवान घाटी संघर्ष के बाद इसमें और तल्खी देखने को मिली है। दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर पर कई दौर की वार्ता हो चुकी है। इसके बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है। इस सबके बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति केवल सैनिकों की पारंपरिक तैनाती होने पर ही हासिल की जा सकेगी। उन्होंने बीजिंग के साथ किसी भी तरह की वार्ता को फिलहाल खारिज कर दिया है।
जयशंकर ने मलेशिया की राजधानी में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के दौरान चीन के साथ भारत के संबंधों की मौजूदा स्थिति पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, भारतीयों के प्रति मेरा पहला कर्तव्य सीमा की सुरक्षा करना है और मैं इस संबंध में कभी समझौता नहीं कर सकता। अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध कौन नहीं चाहता है? लेकिन हर रिश्ते को किसी न किसी आधार पर स्थापित करना होता है।