ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना समेत छोटी बचत योजनाओं पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। केंद्र ने वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए सभी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है। बता दें कि पिछली तिमाही में भी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दरें अपरिवर्तित रखी थीं।
क्या है डिटेल?
वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा, वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (एक जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक) के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें पहली तिमाही (एक मार्च से 30 जून 2024 तक) के लिए अधिसूचित दरों के समान ही रहेंगी।
किस योजना की क्या है ब्याज दर
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर 8.2 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर दर 7.1 प्रतिशत रहेगी। पीपीएफ और डाकघर बचत जमा योजना की ब्याज दरें भी क्रमश: 7.1 प्रतिशत और चार प्रतिशत पर बनी रहेंगी। किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत होगी तथा यह निवेश 115 महीनों में मैच्योर होगा। जुलाई-सितंबर 2024 की अवधि के लिए राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत रहेगी। सितंबर तिमाही में भी डाकघर मासिक आय योजना के निवेशकों को पहले की तरह 7.4 प्रतिशत ब्याज देगी। बता दें कि सरकार हर तिमाही में डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को अधिसूचित करती है।
क्या थी एक्सपर्ट की राय
बता दें कि हाल ही में विभवंगल अनुकुलकारा प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ मौर्य ने कहा था कि पीएफ, ईएसएएफ और छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें सरकार के लिए संवेदनशील राजनीतिक मुद्दे हैं। हालांकि, लाखों छोटे बचतकर्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए ब्याज दरें बढ़ाने का दबाव है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी से सरकारी खर्चे में वृद्धि होगी और संभावित रूप से राजकोषीय घाटा होगा।